- शनि दशा से पीड़ित जातकों की बढ़ेगी मुश्किलें
- जुलाई में फिर से वापस आएंगे मकर राशि में
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सूर्यपुत्र शनिदेव पांच जून से 39 दिन उल्टीचाल (वक्री) चलेंगे। शनि वक्री होकर 12 जुलाई को फिर मकर राशि में आएंगे। इसके बाद 23 अक्टूबर को पुन:सीधी (मार्गी) चाल चलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। शनि का 29 अप्रैल को ही मकर से कुंभ राशि में प्रवेश हुआ था। ज्योतिषों के मुताबिक शनि के वक्री होने से शनि की दशा से पीड़ित जातकों की मुश्किलें बढ़ेंगी। शनि की बदली चाल अच्छी पैदावर के साथ अच्छी वर्षा का संकेत भी दे रही है।
बता दें कि भारतीय ज्योतिष में शनि को शनि देव को न्याय का देवता माना गया है। साथ ही यह भी मान्यता है कि शनि देव जातक को वैसा ही फल देते है जैसा वह कर्म करता है। शनि के राशि परिवर्तन के कारण तीन राशियों पर साढ़ेसाती व दो राशियों पर शनि की ढैय्या चल रही है। फिलहाल शनि देव कुंभ राशि में गोचर कर रहे है।
ज्योतिषाचार्य अमित गुप्ता के अनुसार वर्तमान में मकर, कुंभ, मीन राशि पर शनि की साढ़े साती और कर्क व वृश्चिक राशि पर ढैय्या की दशा चल रही है। शनि की पीड़ा से बचने के लिए सुबह पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाने व शाम को सरसो के तेल का दीपक जलाना चाहिए। इसके अतिरिक्त शनि मंत्रों का जाप करना लाभदायक है। शनि की चाल सब ग्रहों में सबसे धीमी है।
यही कारण है कि शनि का राशि परिवर्तन ढाई साल में होता है। वहीं 14 जून को होगा सूर्य का राशि परिर्वन कर रहे है। सूर्य देव को सभी ग्रहों का राजा कहा जाता है। जब सूर्य का राशि परिर्वतन शुभ होता है तो व्यक्ति का भाग्य चमक जाता है। हर जातक पर इसका असर अलग-अलग होता है। 14 जून तक सूर्य वृषभ राशि में रहेंगे उसके बाद वह मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे।
इस प्रकार पड़ेगा राशियों पर प्रभाव
- मेष: इस राशि में शनि 11वें भाव में वक्रीय हो रहे हैं, जोकि काफी शुभ माना जाता है। शनि वक्रीय होने से इस राशि के जातकों को अधिकतर कामों में सफलता प्राप्त होगी। नौकरी में पदोन्नति मिलने के साथ ही काम की प्रशंसा भी की जाएगी। नया काम करने की सोच रहे हैं तो वह भी कर सकते हैं।
- वृषभ: इस राशि में शनि दशम भाव में वक्रीय हो रहे हैं। ऐसे में इस राशि के जातकों को भी काफी लाभ मिलने वाला है। इसके साथ ही व्यापार में भी धन लाभ होगा। हालांकि परिवार के लोगों के बीच मतभेद हो सकता है।
मिथुन: इस राशि के नौवें भाव में शनि वक्रीय हो रहे हैं। ऐसे में इस राशि वालों की किस्मत सातवें आसमान पर होगी। शनि की कृपा से हर काम में सफलता प्राप्त होगी, लेकिन स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखे। - धनु: इस राशि में शनि तीसरे भाव में वक्रीय हो रहे हैं। ऐसे में इस राशि वालों को भी काफी लाभ मिलने वाला है। अगर नौकरी करने की सोच रहे हैं तो उसका भी लाभ मिल सकता है। पार्टनर के साथ अच्छा समय बीता सकते हैं।