- शुकदेव जी भागवत ज्ञान गंगा क़े भागीरथ*: – स्वामी ओमानंद
- शुकदेव जी भागवत ज्ञान क़े प्रकाश पुंज:- स्वामी ओमानंद
जनवाणी संवाददाता |
मोरना:- शुकतीर्थ स्थित भागवत पीठ भागवत जन्मभूमि श्री शुकदेव आश्रम में मानवता क़े उद्धारक, परम हंस चूड़ामणि श्री शुकदेव जी महाराज का प्रागट्य उत्सव परंपरागत रूप से धूमधाम हर्षोल्लास क़े साथ मनाया गया। दिव्य और भव्य झांकियों क़े साथ शोभायात्रा निकाली गयी, जिसमें पूरे भारत वर्ष से पधारे हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहे।
शोभायात्रा का शुभारंभ भागवत पीठ पीठाधीस्वर स्वामी ओमानंद जी महाराज ने श्री शुकदेव मंदिर में विधि विधान से श्री शुकदेव जी का पूजन कर किया। इस अवसर पर स्वामी जी ने कहा कि शुकदेव जी ने शाप ग्रस्त अभिमन्यु पुत्र राजा परीक्षित को भागवत क़े ज्ञान से शुकतीर्थ में मोक्ष प्रदान किया था। इसलिए वह मोक्ष ज्ञान क़े प्रदाता माने जाते हैं।
भागवत पीठ शुकतीर्थ शुकदेव जी की तप स्थली तथा पाठशाला है। श्री शुकदेव जी महाराज भगवान वेदव्यास जी क़े आयोनिज पुत्र तथा भगवान शंकर क़े अवतार माने जाते हैं। वह भारतीय आध्यात्मिक संस्कृति क़े रक्षक, पोषक और आदर्श क़े रूप में प्रतिष्ठित हैं। श्री शुकदेव जी महाराज ने भागवत ज्ञान क़े माध्यम से मानवता को प्रभु भक्ति और परमार्थ करने की शिक्षा प्रदान की और जीवन में अंधकार को दूर कर मानव जीवन में एक नयी रोशनी का संचार किया।
श्री शुकदेव जी महाराज ने भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक चिंतन परंपराओं की रक्षा तथा उनको सजीव और सुदृढ़ बनाने का स्तुत्य कार्य कर मानव जाति पर बड़ा उपकार किया। शुकदेव जी मानव जाति क़े उद्धारक और पथ प्रदर्शक हैं। इस अवसर पर श्री शुकदेव अन्नक्षेत्र में विशाल भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें भोजन, फल मिष्ठान और दक्षिणा का वितरण किया गया। इस अवसर पर भरत देव महाराज, प्रधानाचार्य गिरीश उप्रैती, कथाव्यास अचल कृष्ण शास्त्री, रवींद्र शास्त्री, आचार्य अरुण, आचार्य विकास, अमित, राजीव, मोहन, बबलू, विपिन, सोनू, आदि मौजूद रहे।