जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: महाराष्ट्र के नागपुर में सोलर फैक्ट्री में हुए धमाके में नौ लोगों की मौत के बाद अफरा तफरी का माहौल है। बदहवासी की हालत में वह फैक्ट्री के बाहर परिजन इंतजार करने को मजबूर हैं। उनका कहना है कि जानकारी नहीं दी जा रही है। बड़ी संख्या में लोग फैक्ट्री के बाहर मौजूद हैं और अपने अपने परिजनों की सलामती की दुआ मांग रहे हैं।
मीडिया में आ रही रिपोर्ट्स के अनुसार, धमाके में मारे गए नौ कर्मचारियों के शव अभी भी फैक्ट्री परिसर के भीतर ही हैं। फैक्ट्री के गेट पर कई एंबुलेंस मौजूद हैं। हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं और बड़ी संख्या में लोग फैक्ट्री के बाहर मौजूद हैं। लोग मांग कर रहे हैं कि उन्हें फैक्ट्री के भीतर जाने दिया जाए। बता दें कि नागपुर स्थित सोलर इंडस्ट्रीज फैक्ट्री में सुबह 9 बजे धमाका हुआ, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हुए हैं।
परिजनों का बड़ा आरोप- नहीं दी जा रही है कोई जानकारी
धमाके में मारी गई आरती सहारे के पिता ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उन्हें सुबह करीब साढ़े नौ बजे उनकी बेटी की मौत की खबर मिली थी और उसके बाद से वह आगे की जानकारी का अभी तक इंतजार कर रहे हैं। हालात को देखते हुए घटनास्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। धमाके में फैक्ट्री को काफी नुकसान हुआ है। बता दें कि सोलर इंडस्ट्रीज फैक्ट्री सेना के लिए ड्रोन्स और विस्फोटक बनाती है।
सरकार ने आर्थिक मदद का किया ऐलान
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर घटना पर दुख जताया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जाहिर की। राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का एलान किया है। सीएम एकनाथ शिंदे ने इसकी मंजूरी दे दी है। फडणवीस ने बताया कि धमाके में मारे गए नौ लोगों में से छह महिलाएं हैं। राज्य सरकार इस मुश्किल वक्त में प्रभावितों के परिजनों के साथ खड़ी है।