नरेंद्र देवांगन
जिस तरह हरेक मौसम में हमारा खान-पान मौसम के हिसाब से होता है उसी तरह त्वचा की देखभाल के लिए भी सर्दी के मौसम में विशेष ध्यान रखना होता है। इस मौसम में त्वचा व होंठों का फटना, त्वचा का काला पड़ जाना आदि आम समस्याएं हैं, क्योंकि ठंडी हवाएं त्वचा से नमी चुरा लेती हैं जिससे चेहरा रूखा व बेजान लगने लगता है। त्वचा में रूखापन या शुष्कता के आने का कारण सिर्फ सर्दी की ठंडी हवाएं ही नहीं हैं। रात में बिजली के हीटर के प्रयोग में भी त्वचा रूखी होती है। फिर सर्दियों में धूप में बैठना किसे अच्छा नहीं लगता लेकिन यही धूप त्वचा के लिए दुश्मन साबित होती है। अधिक देर तक धूप में बैठने से त्वचा काली पड़ने लगती है, नाक व गाल पर काले धब्बे हो जाते हैं।
यदि समय रहते त्वचा का उपचार न किया जाए तो ये कभी-कभी स्थायी रूप ले लेते हैं। इन सभी कारणों से बचने के लिए उचित देखरेख की जरूरत है तभी त्वचा स्वस्थ व सुंदर रह सकती है। इस मौसम में शरीर की मालिश भी बहुत लाभदायक सिद्ध होती है। सरसों का तेल, जैतून के तेल या तिल के तेल को कुनकुना करके पूरे शरीर की मालिश करें। ऐसा सप्ताह में 2 बार अवश्य करें। मालिश से त्वचा में रक्त संचार उचित रूप से होने लगता है तथा त्वचा में नमी भी बनी रहती है।
त्वचा की सफाई, टोनिंग व मास्चराइजिंग का रूटीन नियमित रूप से अपनाएं। हां, इस मौसम में अल्कोहलयुक्त टोनर का प्रयोग करें। टोनिंग करने के बाद मास्चराइजर का प्रयोग करें। मास्चराइजर त्वचा को बाहर के वातावरण के दूषित दुष्प्रभावों से बचाता है, साथ ही त्वचा को नमी भी प्रदान करता है।
मास्चराइजर कर उचित लाभ मिले, इसके लिए नहाने के तुरंत बाद जब त्वचा कुछ नम हो, उसी समय इसे लगाएं। इससे इसके अच्छे परिणाम मिलते हैं। सूर्य की अल्ट्रा वायलट किरणें त्वचा पर दुष्प्रभाव डालती हैं, अत: सदैव सनस्क्रीन लोशन का प्रयोग करें। हर एक घंटे बाद सनस्क्रीन लोशन को चेहरे व हाथों के खुले भागों पर लगाएं।
नमी की कमी होने से त्वचा के सेल डेड होने लगते हैं। इन मृत सेलों को त्वचा से हटाने के लिए सप्ताह में एक बार किसी अच्छे स्क्रबर से स्क्रबिंग करें। ऐसा करने से त्वचा के रक्त संचार में तेजी आती है। त्वचा की पुरानी गंदगी की परत हट जाने से त्वचा ताजगी से भर जाती है। बाजार में विविध प्रकार के स्क्रब मिलते हैं। आप अपनी त्वचा की प्रकृति के अनुसार स्क्रब का प्रयोग करें। स्क्रब को सदैव साफ चेहरे पर ही लगाएं। यदि बाजार का स्क्रब न प्रयोग करना चाहें तो घर पर भी आसानी से स्क्रब बना सकती हैं।
सर्दियों में अधिक देर तक न नहाएं। साथ ही अधिक गरम पानी की जगह कुनकुने पानी का प्रयोग करें। अधिक गरम पानी से नहाने से त्वचा रूखी होने लगती है। हो सके तो नहाने के पानी में एक-दो बूंदें जैतून के तेल की या नारियल के तेल की मिला लें। इससे त्वचा रूखी नहीं होने पाएगी।
एक बड़ा चम्मच दही में एक बड़ा चम्मच चने का आटा, चुटकी भर हल्दी मिलाकर पेस्ट बना लें। इसे चेहरे पर लगाकर दस मिनट छोड़ दें। फिर हल्के हाथ से रगड़ते हुए मलें और चेहरा पानी से धो लें। दही नमी प्रदान करता है, आटा गंदगी की परत हटाकर त्वचा को नई ताजगी देता है।
सर्दियों के मौसम में साबुन का प्रयोग कम करें। यदि करना हो तो ग्लिसरीनयुक्त, विटामिन ई या जैतून के तेल वाला साबुन प्रयोग करें। बेबी सोप का प्रयोग भी त्वचा को सौम्य व सुंदर बनाता है। नहाने के एक बाल्टी पानी में एक कप दूध मिला लें। इससे स्नान करें, त्वचा कोमल व चिकनी रहेगी।
त्वचा को कांतिमय व कोमल बनाने के लिए कुछ फेस पैक घर पर भी तैयार करें। ग्वारपाठा, जिसे एलोवेरा भी कहते हैं, का एक बड़ा चम्मच गूदा, एक छोटा चम्मच शहद और कियोलीन मिलाकर मिक्सर में चला दें। इसे चेहरे पर लगाएं। सूखने पर छुड़ा लें और साफ पानी से चेहरा धो लें। चेहरा चमक उठेगा। पके केले, शहद व क्रीम को मिलाकर पेस्ट बनाएं और चेहरे पर 3० मिनट लगा रहने दें। यह मास्क त्वचा को कोमलता, नमी और पौष्टिकता प्रदान करता है।
सर्दी के मौसम में जब त्वचा रूखी होती है तो त्वचा में खुजली सी होने लगती है। इससे बचने के लिए एक बाल्टी में एक कप सिरका डालकर स्नान करें। इस मौसम में हाथ- पैरों के लिए नींबू, गुलाबजल व ग्लिसरीन का नियमित प्रयोग करें। किसी अच्छी कंपनी के हैंड एंड फीट लोशन का प्रयोग करें। होंठों को फटने से बचाने के लिए सदैव लिप बाम का प्रयोग करें। फटी एड़ियों की समस्या से निपटने के लिए इनकी नियमित सफाई करें, वैसलीन या क्रीम लगाएं और सूती मोजे पहनकर सोएं।