- सपा नेता के घर के बाहर पुलिस से भिड़े कार्यकर्ता
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को नजरबंद करने के विरोध में किसान यात्रा निकालने जा रहे सपा नेता अतुल प्रधान और उनके समर्थकों की सीओ ब्रह्मपुरी से तीखी नोकझोंक हुई और कार्यकर्ताओं ने बैज तक नोच डाले। बाद में पुलिस ने अतुल प्रधान समेत 25 लोगों को गिरफ्तार करके गंगानगर के एक कालेज में भेज दिया।
एमएसपी को लेकर दिल्ली बार्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है। इसको लेकर केन्द्र सरकार पर जबरदस्त बनाया गया है। आठ दिसंबर को किसानों की तरफ से भारत बंद का आह्वान किया गया है। इसको समर्थन देने के लिये कन्नौज पैदल यात्रा पर जाने की तैयारी कर रहे सपा नेता अखिलेश यादव को प्रशासन ने नजरबंद कर दिया था।
जैसे ही नजरबंदी की खबर प्रदेश के सभी जनपदों को हुई तो सपा नेताओं में जोश आ गया। सपा नेता अतुल प्रधान अपने शास्त्रीनगर स्थित आवास से किसान यात्रा निकालने के लिये अपने आवास से निकलने को तैयार हुए तो वहां मौजूद सीओ कोतवाली अरविन्द चौरसिया और सीओ ब्रहमपुरी अमित राय समेत कई थानों की फोर्स ने उनको रोकने की कोशिश की तो झडपें होने लगी।
कार्यकर्ताओं ने सीओ ब्रह्मपुरी को धक्का दिया और उनकी वर्दी में लगे बैज नोच लिये। काफी देर तक चले हंगामे के बाद पुलिस ने अतुल प्रधान और उनके कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर गंगानगर स्थित एक कालेज में बने अस्थाई जेल में बंद कर दिया। उधर, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को किसान यात्रा कन्नौज में जाते समय गिरफ्तार करने के विरोध में सपा नेता सम्राट मलिक ने मेरठ में कमिश्नरी चौराहा मेरठ में पर धरना-प्रदर्शन किया।
जिसमें पुलिस ने उन्हें जबरन खींचते हुए जीप में डालकर गिरफ्तार कर लिया। प्रदर्शन में संदीप वर्मा उपाध्यक्ष विकास राजपूत डीएन डिग्री कॉलेज निशांत यादव और आवेश नयन आदि मौजूद थे। वहीं, दक्षिण विधान सभा के किसानो के बीच पद यात्रा शुरू की और केन्द्र सरकार का पुतला जलाने का प्रयास किया तो पुलिस ने धक्कामुक्की कर पुतला छीन कर सपा नेता पवन गुर्जर को गिरफ़्तार कर लिया। साथी ही निशांत भड़ाना, कीर्ति घोपला को भी गिरफ़्तार किया गया।