जनवाणी ब्यूरो |
गाजियाबाद: समाजवादी पार्टी के एक दल को संभल जाने से पुलिस ने रोक लिया है। सपा सांसद हरेंद्र सिंह मलिक, सांसद जिया उर्र रहमान बर्क, सांसद मोहिबुल्लाह नदवी और इकरा हसन एक साथ संभल जा रहे थे। हाईवे पर पुलिस सख्ती से चेकिंग के बाद ही गाड़ियों को निकलने दे रही है। हापुड़ में संभल जा रही केराना सांसद इकरा हसन को पुलिस अधिकारियों ने समझा कर टोल प्लाजा से वापस भेजा।
दिल्ली-गाजियाबाद सीमा पर पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद समाजवादी पार्टी के सांसद हरेंद्र सिंह मलिक ने कहा कि “उन्होंने हमें रोक लिया है और कह रहे हैं कि अधिकारी हमसे बात करेंगे। प्रोटोकॉल के अनुसार, संसद सदस्य को भारत सरकार के कैबिनेट सचिव से ऊपर माना जाना चाहिए। दुर्भाग्य से, हमें एसीपी से बातचीत करने से रोक दिया गया है। हम एसीपी के आने का इंतजार कर रहे हैं”
उधर, लखनऊ में उत्तर प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय को आवास के बाहर ही पुलिस ने उन्हें रोक दिया। आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी (सपा) का प्रतिनिधिमंडल संभल का दौरा करना चाहता था, जहां 24 नवंबर को हिंसा भड़की थी।
समाजवादी पार्टी के सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने कहा कि “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है (कि पुलिस ने हमें रोका है)। जब सर्वेक्षण किया जा रहा था (शाही जामा मस्जिद में) तो यूपी पुलिस को धैर्य रखना चाहिए था… अब जब हम शांति की अपील करने और लोगों का हालचाल पूछने (संभल) जा रहे हैं, तो वे हमें रोक रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क ने कहा कि “उन्होंने (यूपी पुलिस) हमें जबरन रोका और जाने नहीं दे रहे हैं। जनता को बहुत असुविधा हो रही है। हम इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे कि वे किस तरह संविधान का अपमान कर रहे हैं… अब हम वापस दिल्ली जा रहे हैं और हम इस मुद्दे को संसद में जोरदार तरीके से उठाएंगे”
सपा प्रतिनिधिमंडल के संभल दौरे को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि “भारी पुलिस लगा दी गई है। जिन पांच लोगों की हत्या हुई है उनके परिवार के लोग बहुत दुखी हैं। हम उनसे मिलकर सांत्वना देंगे। घायलों से मुलाकात करेंगे, हमारी मांग है की वहां के DM और SP को हटाया जाए और हाईकोर्ट के किसी वर्तमान न्यायाधीश से जांच कराई जाए,अगर हम लोगों को वहां जाने से रोका गया तो हम धरना करेंगे।