ओडेन्से (डेनमार्क), भाषा: ओलंपिक में क्वालीफाई करने की कोशिश में जुटे किदाम्बी श्रीकांत और लक्ष्य सेन 750,000 डॉलर राशि के डेनमार्क ओपन में अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे जिससे प्रतिस्पर्धी बैडमिंटन बहाल होगा। कोविड-19 के कारण सात महीने के बाद बैडमिंटन कैलेंडर भी इस टूर्नामेंट से फिर से शुरू हो जाएगा।
साइना नेहवाल और पारूपल्ली कश्यप ने अंतिम समय में टूर्नामेंट से हटने का फैसला किया जिससे सभी की निगाहें श्रीकांत और लक्ष्य के प्रदर्शन पर लगी होंगी। पूर्व नंबर एक श्रीकांत ने तीन साल पहले डेनमार्क खिताब अपने नाम किया था। वह पिछले दो वर्षों से चोटों और खराब फार्म से जूझ रहे थे और कोविड-19 के कारण लगे ब्रेक ने उन्हें खुद पर और अपने गेम पर काम करने में मदद की। गुंटूर का यह 27 साल का खिलाड़ी नई शुरूआत करने की कोशिश करेगा और पुरानी फार्म में लौटना चाहेगा। श्रीकांत अपने अभियान की शुरूआत इंग्लैंड के टॉबी पेंटी के खिलाफ करेंगे। वहीं लक्ष्य ने पिछले साल पांच खिताब अपने नाम किए थे जिसमें बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर सुपर 100 के शीर्ष टूर्नामेंट -सारलोलक्स ओपन और डच ओपन- भी शामिल था जिससे वह रैंकिंग में 32वें स्थान पर पहुंच गए थे। लेकिन मार्च में कोविड-19 ने सभी खेल गतिविधियों को बंद कर दिया और लक्ष्य के लिए यह इंतजार हताशापूर्ण रहा जो अभी विश्व रैंकिंग में 27वें स्थान पर हैं। वह अपने अभियान की शुरूआत क्रिस्टो पोपोव के खिलाफ करेंगे जिन्होंने पिछले साल अपने देश के लिए विश्व जूनियर चैंपियनशिप में पहला पदक जीता था। लक्ष्य ने कहा कि मैंने काफी सुधार किया है और मैं पिछले साल की तुलना में काफी बेहतर हूं।