- फसल अवशेष प्रबंधन जागरुकता संगोष्ठी में बोले डीएम
जनवाणी संवाददाता |
नजीबाबाद: कृषि विभाग की ओर से फसल अवशेष प्रबंधन जागरुकता संगोष्ठी में डीएम रमाकांत पांडेय ने कहा कि
उच्चतम न्यायालय के निदेर्शों के पालन में पराली और कृषि अवशेष जलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इस मौके पर उन्होंने जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों को अवशेष प्रबंधन में सहयोग करने की शपथ दिलाई।
बुधवार को दोपहर बाद तहसील के डबाकरा हाल में डीएम ने कहा कि कृषि अवशेष जलाने को उपग्रह रात और दिन किसी भी समय सूचना स्थान सहित उपलब्ध कराता है। कृषि अवशेष जलाते उपग्रह द्वारा पकड़े जाने पर जेल और आर्थिक दंड की कार्रवाई होगी। डीएम ने किसानों को सुपर कंबाइन मैनेजमेंट सिस्टम कृषि में अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कंबाइन हार्वेस्टर का उपयोग न करने की सलाह दी।
डीएम ने पराली तथा कृषि अवशेषों को जलाने के बजाए खाद बनाने में उपयोग की सलाह दी।जिला कृषि अधिकारी अवधेश मिश्र ने फसल अवशेष प्रबंधन के संबंध में विस्तृत जानकारी दी तथा कृषि अवशेषों के निस्तारण के संबंध में शासन की योजनाओं से अवगत कराया। संगोष्ठी में धान खरीद से संबंधित किसानों की समस्याएं भी डीएम ने सुनीं।
योगेंद्र पाल के संचालन में आयोजित संगोष्ठी में बिजौरी प्रधान हरप्रीत सिंह संधु, कृषक सुरजीत सिंह सहित कई किसानों ने धान खरीद संबंधी समस्याओं से डीएम को अवगत कराया। कार्यक्रम में एडीओ रूपचंद, श्याम सिंह सहित ग्राम प्रधान और किसान प्रतिनिधि उपस्थित रहे। गोष्ठी में मुख्यअतिथि डीएम रमाकांत पांडेय ने कृषि अवशेष नहीं जलाने की शपथ दिलाई। एसडीएम बृजेश कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी अवधेश मिश्र, बीडीओ ज्ञान सिंह उपस्थिति रहे।