- चाक चौबंद व्यवस्था का दावा हुआ फेल, प्रशासन नही बचा पाया छात्रा की जान
जनवाणी संवाददाता |
भोपा: सुसाइड पाइंट के रूप में विख्यात भोपा गंग नहर पुल पर चलती बस से कूदकर छात्रा ने मौत को गले लगा लिया वही कांवड़ यात्रा के चलते चाक चौबंद व्यवस्थाओ का दावा करने वाला प्रशासन डूबती छात्रा की जान बचाने में नाकाम साबित हुआ और मूकदर्शक बना खड़ा रहा छात्रा की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है
भोपा थाना क्षेत्र का भोपा गंग नहर पुल सुसाइड प्वाइंट के रूप में विख्यात हो चला है सुसाइड प्वाइंट से अब तक हजारों लोग गंग नहर में कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर चुके हैं बुधवार को मोरना से मुजफ्फरनगर जा रही बस में सवार इंटर की एक छात्रा ने चलती बस से गंग नहर में कूदकर मौत को गले लगा लिया गंग नहर पुल के पास में ही रहने वाले राजीव वाल्मीकि ने छात्रा को बचाने का प्रयास किया परंतु वह गहरे पानी में समा गई गंग नहर में तैरते बैग के सहारे पुलिस ने युवती की पहचान थाना क्षेत्र के गांव छछरौली निवासी रश्मि 21 वर्ष के रूप में की है वह क्षेत्र के ही इंटर कॉलेज में कक्षा 12 की छात्रा बताई गई है बुधवार को वह किताब लेने के लिए घर से निकली थी वह भोपा गंग नहर पुल पर कैसे पहुंची इसके बारे में कोई जानकारी नही मिल पाई है भोपा पुलिस की सूचना पर पहुंचे परिजनों में छात्रा की असमय मौत के बाद कोहराम मचा हुआ है छात्रा मानसिक रूप से परेशान बताई गई है जानकारी के अनुसार छात्रा के भाई और मां की कई वर्ष पहले मौत हो चुकी है। परिवार में इकलौती छात्रा होने के कारण परिवार की सारी जिम्मेदारी छात्रा के ऊपर ही थी।
सुरक्षा के नहीं है पर्याप्त इंतजाम चाक-चौबंद व्यवस्थाएं हुई धाराशाई
श्रावण मास में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सहित पूरे भारत में कावड़ यात्रा की धूम मची हुई है मुजफ्फरनगर प्रशासन के अनुसार कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए कोई भी कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी गयी है कस्बे के गंग नहर पुल पर क्षेत्रवासियों के द्वारा कांवड़ सेवा शिविर लगाया गया है जहां पर हर समय कांवड़ियों का आवागमन बना रहता है। नहर के मुख्य पुल पर यातायात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस पिकेट की व्यवस्था की गई है जहां पर आधा दर्जन पुलिसकर्मी हर समय तैनात रहते हैं। लेकिन किसी दुर्घटना की स्थिति में पुलिस के पास पर्याप्त सुरक्षा के इंतजाम नहीं है कहने को तो नहर के बीचों बीच दोनों पटरियों पर पुलिस के द्वारा एक रस्सा डाला गया है लेकिन वह भी इतनी ऊंचाई पर है कि नहर में डूबने वाले का हाथ उस रस्सी तक पहुंच पाना बहुत मुश्किल है। इसके साथ ही नहर पुल पर पर्याप्त मात्रा में गोताखोरों, नाव व जल प्रबंधन के लिए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए हैं जिस समय छात्रा ने नहर में छलांग लगाई उस समय आधा दर्जन पुलिस कर्मियों की नहर पुल पर ड्यूटी लगी हुई थी। लेकिन पुलिस के पास सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम न होने के कारण कोई भी पुलिसकर्मी नहर में उतरने की हिम्मत नहीं जुटा सका जिसके कारण स्कूली छात्रा को नहीं बचाया जा सका यदि नहर पुल पर तैनात पुलिस कर्मियों के पास जल प्रबंधन से सम्बंधित सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम होते तो स्कूली छात्रा की जान बचाई जा सकती थी ऐसी स्थिति में यदि कांवड़ मार्ग से गुजरते किसी कावड़ियें के साथ कोई अनहोनी घटना घटित हो जाएं तो पुलिस के पास पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम न होने के चलते को भी अप्रिय घटना हो सकती है।