- गृहस्थ वाले को महामंडलेश्वर बनाना संन्यास परंपरा में दुर्भाग्य की बात है
- निर्णय को वापस नहीं लिया जाता है तो कोर्ट जाएगे स्वामी शिवानंद सरस्वती
जनवाणी ब्यूरो |
हरिद्वार: मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने निरंजनी अखाड़ा को बैन करने की मांग की है। उन्होंने कहाकि निरंजनी अखाड़े ने ज्वालापुर से बीजेपी विधायक सुरेश राठौर को महामंडलेश्वर बनाने का निर्णय लिया है। गृहस्थ वाले को महामंडलेश्वर बनाना संन्यास परंपरा में दुर्भाग्य की बात है।
इसीलिए निरंजनी अखाड़ा को तत्काल बैन किया जाए। स्वामी शिवानंद सरस्वती ने आरोप लगाते हुए कहाकि पहले तो निरंजनी अखाड़े ने अपनी जमीनों पर फ्लैट बनाकर लोगों को बेच दिया। अब गृहस्थ जीवन जीने वाले को अखाड़े में महामंडलेश्वर बनाने का घोर पाप कर रहे हैं।
निरंजनी अखाड़ा संन्यास धर्म को कलंकित कर रहा है। स्वामी शिवानंद ने कहा कि निरंजनी अखाड़ा किसी का अपना नहीं है ये साधुओं की परंपरा का अंग है। गृहस्थ को निरंजनी अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाना नियम विरुद्ध है। यदि इस निर्णय को वापस नहीं लिया जाता है तो वो कोर्ट जाएगे और निरंजनी अखाड़े को बैन करवाएंगे।