जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: तबलीगी जमात केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज बुधवार को 20 जगहों पर छापेमारी की। ईडी की टीम दिल्ली में सात जगहों (जाकिर नगर भी), मुंबई में पांच जगहों, अंकेश्वर में एक जगह और कोच्चि में तीन जगहों पर छापेमारी कर दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि देशभर के 20 ठिकानों से तबलीगी जमात की फंडिंग से जुड़े अहम दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस सीज़ किए गए हैं। ईडी की टीम ने दिल्ली के जाकिर नगर इलाके में भी छापेमारी की है। बताया जा रहा है कि यहीं पर जमात के मुखिया मौलाना साद का घर है।
गौरतलब है कि तबलीगी जमात का कोरोना कनेक्शन सामने आने के बाद उसके मुखिया मौलाना साद पर पुलिस ने शिकंजा कसा था। अप्रैल में ही ईडी ने मौलाना साद समेत पांच लोगों पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। ईडी ने मौलाना साद के चार सहयोगियों से पूछताछ भी की थी।
इन लोगों से पूछताछ के दौरान ईडी अधिकारियों की ओर से जानने की कोशिश की जा रही है मरकज के फंड की देखभाल कौन करता था। मरकज के लिए फंड कहां से और कैसे आता है। क्या यह फंड डोनेशन के जरिए आता है। ईडी ने मौलाना साद को भी पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन अभी तक वह हाजिर नहीं हुए हैं।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 31 मार्च को मौलाना साद और तबलीगी जमात के कुछ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। यह एफआईआर लॉकडाउन के आदेश का उल्लंघन करते हुए धार्मिक आयोजन में लोगों की भीड़ जमा करने के मामले में दर्ज की गई थी। इसके बाद मौलान साद और उसके साथियों के खिलाफ ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था।