- शिक्षिका की शिकायत पर मदरसा संचालक के खिलाफ मिले पुख्ता प्रमाण
- एडीएम प्रशासन को भेजी रिपोर्ट में एफआईआर के लिए मांगी गई अनुमति
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मदरसा स्टार खुशहाल नगर में करीब चार साल तक काम करने वाली एक शिक्षिका के वेतन में धांधली करने के लिए उसकी फर्जी आईडी बनाकर पीएनबी में खाता खुलवाया गया। जिसमें मदरसा संचालक ने वेतन की राशि भिजवाई, जिसे फर्जी आईडी वाली महिला के माध्यम से निकलवा लिया गया।
यह तमाम खुलासा शिक्षिका की शिकायत पर शुरू की गई जांच में हुआ है। जिला समाज कल्याण विभाग की ओर से इस संबंध में बैंक से फजी खाते की डिटेल लेकर एडीएम प्रशासन को रिपोर्ट प्रेषित की गई है। जिसमें मदरसा संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की अनुमति मांगी गई है।
गौरतलब है कि शिक्षिका के रूप में कार्य करने वाली महिला ने जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कार्यालय में मार्च माह में शिकायत की थी। जिसके उपरांत उसने डीएम और एसएसपी के यहां भी मदरसा संचालक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
महिला की शिकायत और उस पर अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा शुरू की गई जांच से यह बात सामने आई कि शिक्षिका ईशा इस्माइल ने मदरसा स्टार खुशहालनगर में चार अप्रैल 2014 से लेकर चार अप्रैल 2018 तक सहायक अध्यापिका के पद पर कार्य किया है।
इस बीच उसे दो बार वेतन की राशि के रूप में एक लाख 44 हजार रुपये और 93 हजार रुपये का भुगतान किया गया। शिक्षिका का कहना था कि उसे पूरे वेतन का भुगतान नहीं किया गया। प्रभारी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मो. तारिक ने अवगत कराया कि इस मामले की जांच के लिए दो बार नोटिस जारी करके मदरसा संचालक को बुलाया गया, लेकिन वह नहीं पहुंचे। इस बीच जांच के दौरान यह बात भी सामने आई कि शिक्षिका के नाम पर खोले गए खाते में 72 हजार रुपये भेजे गए हैं।
जबकि इस बारे में शिक्षिका का कहना था कि यह खाता उसका नहीं है। उसके नाम पर फर्जी खाता खोलकर वेतन की राशि को हड़प लिया गया है। प्रभारी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एक सहयोगी को व्यक्तिगत रूप से बैंक की शाखा में भेजकर खाते की डिटेल ली गई है।
अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के मुताबिक बैंक के स्तर से जो जानकारी उपलब्ध कराई गई, उससे यह बात स्पष्ट हो गई है कि मदरसा संचालक ने फर्जी आईडी के जरिये शिक्षिका के नाम पर फर्जी खाता खुलवाया गया। जिसमें 72 हजार रुपये की राशि भेजकर फर्जी महिला के माध्यम से निकलवा लिया गया।
इस सिलसिले में विभाग ने एक रिपोर्ट तैयार करके एडीएम प्रशासन को भेजी गई है। जिसमें मदरसा संचालक को सीधे-सीधे फर्जी खाता खुलवाकर वेतन हड़प करने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। जिसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की अनुमति मांगी गई है। इसके अलावा शिकायत करने वाली शिक्षिका को भी मौजूदा परिस्थिति के अनुसार अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया गया है।