जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सब्जियों के दाम फलों से भी ऊंचे पहुंचने लगे हैं। जबकि टमाटर की कीमत भी सेब के बराबर हो गई। ऐसे में आम आदमी की थाली से मुख्य सब्जियां दूर जाने लगी हैं। आलू, टमाटर और प्याज के रेट आए दिन आसमान छू रहे हैं, जिससे लोगों की जेब पर सीधा असर पड़ रहा है। नवरात्र के बाद से ही सब्जियों के दामों में उछाल आया है।
आलू, टमाटर और प्याज यह तीनों ऐसी सब्जियां हैं जो मध्यमवर्गीय लोगों की रसोई में ज्यादातर पकाई जाती है, लेकिन इन दिनों यह तीन सब्जियां ही आम आदमी की थाली से गायब होती जा रही हैं। टमाटर और प्याज के दाम सेब से भी ज्यादा होने लगे हैं। नवरात्र के बाद से ही प्योज के दामों में अचानक बढ़ोतरी हुई है।
वहीं, आलू भी दस रूपए किलो से 25 रुपये किलो तक पहुंच गया है। ऐसे में लोग अब सलाद में टमाटर और प्याज नहीं बल्कि सेब आसानी से खा सकते हैं। लालकुर्ती सब्जी मंडी में सब्जी और फल विक्रेता फूलचंद ने बताया कि टमाटर और प्याज के दाम लगातार बढ़ रहे हैं।
मंडी से ही इन दिनों इसकी रेट बढ़कर आ रहे हैं। टमाटर के दाम 60 रुपये किलो हैं, लेकिन कई कालोनियों में सब्जी विक्रेता 80 रुपये किलो के रेट में भी टमाटर बेच रहे हैं। वहीं, जो प्याज नवरात्र के समय में 30 रुपये किलो के आसपास खरीदी जा रही थी, उसके दाम अब 50 रुपये किलो तक पहुंच गए हैं।
उन्होंने बताया कि बारिश की वजह से भी सब्जियों के दामों पर असर पड़ रहा है, लेकिन आलू और टमाटर के दाम बढ़ने का मुख्य कारण है इनका कोल्ड स्टोरेज में स्टोर होना। उन्होंने कहा कि इस समय हर साल सब्जियों के दामों में तेजी देखी जाती है। उधर, फलों की बात करें तो सेब और केले इन दिनों सब्जियों से भी कम दाम में बिक रहे हैं।
सेब इन दिनों 50 रुपये किलो आसानी से खरीदा जा सकता है। जिसके बराबर अब प्याज आ पहुंची है। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि जैसे-जैसे मौसमी सब्जियां आने लगेंगी वैसे ही इनके दामों में भी खुद गिरावट आएगी।