- उमस भरी गर्मी से मिली राहत, अभी और होगी बारिश
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: मानसून की पहली तेज बारिश ने आखिरकार नगर निगम और मेडा की पोल खोल दी। इस बारिश ने जहां उमस भरी गर्मी से राहत दिलाई है। वहीं, बारिश ने शहर को पानी-पानी भी कर दिया है। मौसम विभाग ने अगले पांच दिन वेस्ट यूपी में बारिश बताई थी। जिसके चलते शनिवार की सुबह से बारिश हुई। रात में बारिश मात्र 1.6 मिमी दर्ज की गई थी और दिन निकलते ही अच्छी बारिश हुई। 48.9 मिली बारिश दिन में दर्ज की गई। शनिवार को तापमान 28.6 व न्यूनतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
अधिकतम आर्द्रता 95 व न्यूनतम आर्द्रता 86 दर्ज की गई है। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. यूपी शाही का कहना है कि अभी वेस्ट यूपी में और बारिश होगी। इस बार अधिक बारिश होगी। इसलिए बारिश से जनजीवन प्रभावित होगा। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि के वैज्ञानिक डा. आरएस सेंगर का कहना है कि बैल वाली सब्जियों को इस बारिश से काफी लाभ मिलेगा।
प्रदूषण हुआ बेहतर
बारिश के होने से प्रदूषण में बेहद कमी आई है। आसमान में जमे प्रदूषण के कण बारिश में धुल गए हैं। जिसके चलते शहर का प्रदूषण बेहद अच्छा हो गया है। सांस लेने में भी लोगों को कोई अब दिक्कत नहीं है। बारिश बंद होने के बाद फिर से इसके बढ़ने की उम्मीद जरूर है।
कॉलोनी में भरा पानी
बारिश के होने से रुड़की रोड पर स्थित कॉलोनी गोल्डन एवेन्यू फेज-वन एवं गोल्डन एवेन्यू फेज सेकेंड, सन सिटी कॉलोनी, शांति निकेतन कॉलोनी समेत एक दर्जन से अधिक कॉलोनी में बारिश का पानी भर गया। ये ही हाल पल्लवपुरम और मोदीपुरम का देखने को मिला।
जलभराव से रेलवे ट्रैक के नीचे हुआ कटान
मेरठ: शनिवार को हुई बारिश ने यहां मेरठ खुर्जा रेलवे ट्रैक पर खंभा नंबर-90 के चार पर नुकसान पहुंचाया। जलभराव के चलते यहां मिट्टी का कटान हो गया। डेढ़ फीट गहरा गड्ढा होने से रेलवे ट्रैक हवा में लटक गया। इसकी सूचना शाम करीब सात बजे मोबाइल पर किसी ने सिटी स्टेशन पर दी। जिससे रेलवे में हड़कंप मच गया। जहां यह घटना हुई वह क्षेत्र रेलवे के मुरादाबाद मंडल में आता है। सिटी स्टेशन से मुरादाबाद मंडल रेलवे मुख्यालय को सूचना दी गई। इसी बीच मेरठ से प्रयागराज जाने वाली संगम एक्सप्रेस के जाने का समय हो गया, उसे तत्काल सिटी स्टेशन पर ही रोक दिया गया।
इसके अलावा सहारनपुर से प्रयागराज जाने वाली नौचंदी एक्सप्रेस आ गई। उसे भी मेरठ के सिटी स्टेशन पर रोक दिया गया। लखनऊ से मेरठ आने वाली राज्यरानी एक्सप्रेस को हापुड़ में तथा खुर्जा से मेरठ आने वाली खुर्जा पैसेंजर को हाफिजपुर स्टेशन पर रोका गया। दिल्ली कंट्रोल से आदेश पर संगम एक्सप्रेस को करीब पौने दो घंटे विलंब से और नौचंदी एक्सप्रेस को करीब एक घंटा विलंब से वाया गाजियाबाद भेजा गया।
आनन-फानन में हापुड़ व खरखौदा और मेरठ के सिटी स्टेशन से रेलवे पथ के इंजीनियर व कर्मचारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने रेलवे ट्रैक के नीचे पत्थरों और मिट्टी का भराव का कार्य किया। इसके बाद ट्रैक को चैक किया गया। करीब तीन घंटे बाद रात करीब 10 बजे रेलवे ट्रैक ठीक हुआ। इसके बाद ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ। राज्यरानी एक्सप्रेस करीब एक घंटा विलंब से सिटी स्टेशन पहुंची। इसके बाद खुर्जा पैसेंजर करीब डेढ़ घंटे विलंब से पहुंची।
संगम एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बची
मेरठ खुर्जा रेलवे ट्रैक के नीचे जहां मिट्टी के कटान होकर करीब डेढ़ फीट गहरा गड्ढा होने का पता चला, वहां से मात्र 10 मिनट बाद मेरठ से प्रयागराज जाने वाली संगम एक्सप्रेस को गुजरना था। गनीमत ये रही कि समय रहते इसका पता चल गया और संगम एक्सप्रेस को सिटी स्टेशन पर ही रोक दिया। यदि उक्त ट्रेन हवा में लटके ट्रैक से गुजरती तो वह दुर्घटनाग्रस्त भी हो सकती थी।