- युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले नहीं आ रहे बाज
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: साल्वर गैंग के पास एक एक दिन पहले ही लीक हुआ पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर पहुंच गया था। इस मामले का खुलासा होने के बाद हालांकि पुलिस भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया गया है, लेकिन जी तोड़ मेहनत कर परीक्षा देने वाले युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले बाज नहीं आ रहे हैं। चंद सिक्कों के लिए साल्वर गैंग लाखों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने पर उतारू है। यह हाल तो तब है जब एसटीएफ की मेरठ यूनिट साल्वर गैंग पर कहर बनकर टूट रही है।
पूछताछ में हुए चौंकाने वाले खुलासे
साल्वर गैंग के जो छह बदमाश पकडेÞ गए हैं पूछताछ के दौरान उन्होंने चौंकाने वाले खुलासे किए गए है। एसटीएफ के एसपी बृजेश सिंह ने हालांकि इन खुलासों को लेकर विस्तार से जानकारी शेयर नहीं की है, लेकिन साल्वर गैंग के इन गुर्गों की गिरफ्तारी को एसटीएफ की एक बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है। पूछताछ में गिरोह के गुर्गों ने बताया कि किस प्रकार से पेपर उन तक पहुंचा और इस पूरे मामले में उनके तार कहां तक जुडेÞ हैं। सबसे चौंकाने वाला खुलासा साल्वर गैंग के पास एक दिन पहले परीक्षा पेपर का पहुंच जाना रहा।
लगातार जारी है कार्रवाई
परीक्षा और नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों के साथ ठगी और अपनी मेहनत से सफलता हासिल करने में विश्वास रखने वालों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले वालों के खिलाफ एसटीएफ की मेरठ यूनिट की कार्रवाईयां लगातार जारी हैं। दो दिन पहले भी एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए संगठित तर्ज पर नौकरी लगवाने का गिरोह चलाने वाले तीन बदमाश दबोच कर जेल भेजे थे। जेल भेजे गए तीनों बदमाशों के काम करने के तरीके से एसटीएफ के अफसर भी चौंक गए।
पूछताछ में बताया कि नौकरी लगावाने के नाम पर पूरा फर्जीवाड़ा किया जाता था। मसलन मेरठ के रहने वाले के उस राज्य का वाशिंदा दिखाया जाता था, जहां नौकरी लगवाने का खेल चलता था। उसके लिए फर्जी प्रमाण पत्र बनवाए जो थे। इसके लिए आठ से 10 लाख तक की वसूली की जाती थी। यह गिरोह अंक प्रमाण पत्रों को लेकर भी प्रतिशत बढ़ाने के लिए हेराफेरी तक कर लेता था।
हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो सका कि इन गिरोह ने फर्जीवाड़ा कर कितनों की नौकरी दूसरे राज्यों में लगवायी। उम्मीद की जानी चाहिए कि इसका भी शीघ्र खुलासा हो जाएगा। वहीं, दूसरी ओर पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक की बात की जाए तो साल्वर गिरोह की भनक के बाद एसटीएफ उनकी सुरागकशी में लग गयी थी और बीती देर रात आखिरकार पूरे गिरोह को एसटीएफ ने धर दबोचा।
ये हुए गिरफ्तार
- दीपू उर्फ दीपक पुत्र दिनेश निवासी दुपविया रोड पठानपुरा कंकरखेड़ा।
- बिट्टू पुत्र दयाराम निवासी ग्राम अलीपुर थाना सरधना।
- प्रवीण पुत्र ओमपाल सिंह निवाली नंगलाताशी कंकरखेड़ा
- रोहित उर्फ ललित पुत्र विनोद कुमार निवासी गोलागढ़ थाना टीपीनगर।
- नवीन पुत्र सलेखचंद निवासी शोभापुर थाना कंकरखेड़ा।
- साहिल पुत्र अमरनाथ निवासी शोभापुर थाना कंकरखेड़ा।