- जमानत राशि भी कैंट बोर्ड नहीं देगा, जब तक पीएफ का रुपया जमा नहीं कराया जाता
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कैंट बोर्ड के सफाई का टेंडर निरस्त होने के बाद नये टेंडर किया जाएगा। इसकी तैयारी कैंट बोर्ड में की जा रही हैं। बोर्ड में सफाई का टेंडर निरस्त कर दिया गया था। उसकी जमानत राशि भी तब तक कैंट बोर्ड नहीं देगा, जब तक सफाई कर्मियों का काटी जाने वाली वेतन नहीं दी जाती है तथा पीएफ का रुपया जमा नहीं कराया जाता हैं।
दरअसल, कैंट बोर्ड में सफाई के टेंडर को लेकर बड़ा घालमेल उजागर हुआ था। हाईकोर्ट में भी यह घोटाला पहुंच गया हैं, जहां पर सुनवाई होना बाकी हैं। इसमें तत्कालीन सीईओ नावेन्द्रनाथ भी फंसे हुए हैं, जिन पर इस घोटाले में गाज गिर सकती हैं। इस मामले को बोर्ड बैठक में मनोनित कैंट बोर्ड सदस्य डा. सतीश शर्मा ने भी उठाया था।
इसके बाद ही इसमें कार्रवाई की गई। टेंडर कुछ हुआ और भुगतान ज्यादा किया जा रहा था। इसकी बोर्ड से भी अनुमति नहीं ली गई। इस तरह से कम का टेंडर हुआ तथा ज्यादा का भुगतान कैंट बोर्ड कर रहा था। इसी को लेकर टेंडर लेने वाली कंपनी संदेह के दायरे में आ गई थी। इसको लेकर मुद्दा उठा भी, जिसमें तत्कालीन सीईओ नवेन्द्र नाथ की भूमिका को लेकर सवाल उठे। कैंट बोर्ड ने टेंडर तो निरस्त कर दिया।
अब नये टेंडर की तैयारी चल रही हैं। वर्तमान में जिसका टेंडर चल रहा है, उससे सफाई कर्मियों का काटा गया वेतन जमा कराया जाए तथा पीएफ भी जमा कराया जाए। नोड्यूज लेने के बाद ही जमानत राशि को ठेकेदार को दी जाएगी। नये टेंडर इसको लेकर मांगे जाएंगे। इसके बाद ही नई कंपनी को टेंडर दिया जाएगा या फिर नहीं, इस पर जल्द ही फैसला हो सकता हैं। फिलहाल कैंट बोर्ड अपने स्तर से इसमें सफाई करायेगा।