फीचर डेस्क |
हम मनुष्यों को आंवले के औषधीय गुणों का पता चला देवताओं से। शायद इसी कारण इसे सौ बीमारियों की एक दवा माना जाता है। हो सकता है इस कथन में अतिशियोक्ति हो लेकिन यह पक्का है कि कम से कम दस बीमारियां दूर करने में इसका कोई सानी नहीं। सेहत से बढ़कर कुछ नहीं और आंवले में छिपा है हमारी सेहत का राज।
हिंदी में आंवला संस्कृत में आमलकी, सेहत के लिये कितना फायदेमंद है इसका अनुमान इस बात से लगा सकते हैं कि अगर आंवला न होता तो हमारे ऋषि-मुनि च्यवनप्राश न बना पाते। कहते हैं च्यवनप्राश की रेसिपी, समुद्र-मंथन से प्रकट देवताओं के वैद्य अश्विनी कुमारों ने महर्षि च्यवन को दी थी अपना स्वास्थ्य और यौवन वापस पाने को।
यानी हम मनुष्यों को आंवले के औषधीय गुणों का पता चला देवताओं से। शायद इसी कारण इसे सौ बीमारियों की एक दवा माना जाता है। हो सकता है इस कथन में अतिशियोक्ति हो लेकिन यह पक्का है कि कम से कम दस बीमारियां दूर करने में इसका कोई सानी नहीं। सेहत से बढ़कर कुछ नहीं और आंवले में छिपा है हमारी सेहत का राज।
बेमिसाल एंटी-एजिंग क्षमता
इस पर रिर्सच करते हुए वैज्ञानिकों ने पाया कि इसकी एंटी-एजिंग क्षमता बेमिसाल है। कारण विटामिन C, A, E, ऑयरन, कैल्शियम, फाइबर और कार्बोहाइड्रेट्स जैसे पोषक तत्वों की प्रचुर मात्रा। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि 100 ग्राम आंवले में 20 संतरों से ज्यादा विटामिन C होता है।
जो इसके एंटी-ऑक्सीडेन्ट्स होने की मेन वजह है। एंटी-ऑक्सीडेन्ट्स होने के साथ एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों के कारण यह सेल्युलर डैमेज रोक कर, एजिंग प्रोसेस धीमा करता है। इसलिये अगर बुढ़ापे से बचना है तो आज ही अपनी डाइट में शामिल करें फ्रेश आंवला।
त्वचा, बाल और आंखें रखे स्वस्थ
स्किन, हेयर और आंखों पर आंवले का असर जानने के लिये हुए शोध के बाद वैज्ञानिकों ने बताया कि यह त्वचा में मौजूद कोलेजन क्षय रोककर सॉफ्ट टिश्यूज के लिये मजबूत-लचीला प्रोटीन मैट्रिक्स बनाता है जिससे हमें मिलती है बिना झुर्रियों वाली जवान त्वचा।
बालों लिये आंवला-शिकाकाई, हमने बचपन में सुना था लेकिन हेयर शैम्पू की चमक-दमक वाली मार्केटिंग से आज ये शब्द लगभग भूल चुके हैं। अब इन्हें दोबारा याद कर लीजिये, क्योंकि वैज्ञानिकों को आंवले में मिला है एक ऐसा एंजाइम जो शरीर में हेयर लॉस के लिये जिम्मेदार तत्वों को नष्ट करके बालों की ग्रोथ बढ़ाता है।
आंखों के सम्बन्ध में आंवले की उपयोगिता पर हुई रिसर्च से पता चला कि इसका सत, बढ़ती उम्र के साथ होने वाले मैकुलर-डिजेनरेशन से आंखों को प्रोटेक्ट करता है जिससे लम्बे समय तक नजर ठीक रहती है।
अपच ठीक करने में रामबाण
इनडॉयजेशन यानी अपच के कारण सीने में होने वाली जलन दूर करता है आंवला। अंग्रेजी में हार्टबर्न और मेडिकल साइंस में गैस्ट्रोईसोफेगल रिफलक्स डिसीस पर आंवले का असर जानने के लिये चार सप्ताह चली एक हाई-लेवल रिसर्च में पाया गया कि जिन लोगों की डाइट में आंवला शामिल था उन्हें अपच से होने वाली जलन और खट्टी-डकारों से निजात मिली। अगर आप अपच और खट्टी-डकारों से परेशान हैं तो बिना देर किये डाइट में आंवला शामिल करें।
हृदय-रोगों से बचाने में बेजोड़
हृदय-रोगों से बचाने में आंवले का कोई जबाब नहीं। इस सम्बन्ध में हुयी रिसर्च से कई तथ्य सामने आये। इनमें पहला है इसकी एंटी-ऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से होने वाली हार्ट इंजरी रोकती हैं। वाइसोडाइलेटर प्रॉपर्टीज के कारण आंवले का नियमित सेवन ब्लड वेसल्स का सकरापन कम करके हाई ब्लड प्रेशर नार्मल करता है।
इसकी एंटी-प्लेटलेट्स प्रॉपर्टीज़, ब्लड क्लॉटिंग रोककर हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक का रिस्क घटाती हैं। डॉयबिटीज टाइप-2 के मरीजों में यह हार्ट के इंडोथेलियल फंक्शन्स यानी ब्लड फ्लो, प्लेटलेट्स एग्रीगेशन और वेस्कुलर टोन कंट्रोल करके हार्ट-फंक्शनिंग ठीक रखता है। वैज्ञानिकों ने पाया कि इस मामले में आंवला, दवा की तरह काम करता है।
इसका एंटी-इन्फ्लेमेटरी इफेक्ट, सूजन कम करके हृदय रोगों की सम्भावना कई गुना घटा देता है। यह ब्लड में फैट लेवल नार्मलाइज करता है जिससे ट्राइगिलिसराइड्स और खराब कोलेस्ट्रॉल कम, यानी अच्छा कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। इसलिये अगर अभी तक आंवला नहीं खाया तो आज से इसका सेवन शुरू करें।
मधुमेह में फायदेमंद
ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में आंवले का असर जानने के लिये एक शोध के तहत 32 लोगों को 21 दिनों तक रोजाना 1 से 3 ग्राम आंवला पाउडर दिया गया। तो इनके फास्टिंग और पोस्ट मील, ब्लड शुगर में काफी कमी आयी। इस शोध से सिद्ध हुआ कि टाइप-2 डॉयबिटीज में आंवले का नियमित सेवन लाभकारी है।
एंटी-बैक्टीरियल भी
यह शरीर का मेटाबॉलिज्म इम्प्रूव करके वजन घटाने में मदद करता है। इसमें मौजूद तत्व दिमाग को ठंडक प्रदान करते हैं जिससे स्ट्रेस घटता है और अच्छी नींद आती है। इसकी एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज, इम्युनिटी बढ़ाकर सर्दी-जुकाम, अल्सर और पेट के इंफेक्शन से बचाती हैं। कैल्शियम रिच होने के कारण यह ऑस्टियोपोराइसिस, ऑर्थराइटिस तथा ज्वाइंट पेन जैसी समस्यायें दूर करता है।
माहवारी करे ठीक
डिस्टर्ब पीरियड साइकल, एक्सेस ब्लीडिंग, पेट और कमर दर्द में रोजाना 1 आंवले का सेवन फायदेमंद है। इसमें मौजूद विटामिन और मिनरल्स इनसे छुटकारा दिलाने के साथ इन्फरटीलिटी दूर करने में मदद करते हैं। ऑयरन रिच होने के कारण यह एनीमिक महिलाओं के लिये विशेषरूप से लाभकारी है।
कैंसर प्रवेन्शन में कारगर
कैंसर प्रवेन्शन में आंवले की उपयोगिता जानने के लिये टेस्ट-ट्यूब और जानवरों पर हुयी रिसर्च से सामने आया कि इसका सत ब्रेस्ट, सर्विकल, ओवेरियन और लंग्स कैंसर के सेल्स नष्ट करने में सक्षम है। इसमें मौजूद टैनिन्स और फ्लेवेनॉयड्स जैसे फाइटोकेमिकल्स, कैंसर से बचाने में मदद करते हैं। लेकिन अभी तक मनुष्यों में इस पर रिसर्च होना बाकी है।