Saturday, July 27, 2024
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दरख़्त के मंचन ने दर्शकों को किया भाव-विभोर

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  • दर्पण कला केंद्र नाट्य संस्थान ने सीसीएस यूनिवर्सिटी में पेश किया मार्मिक नाटक

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: दर्पण कला केन्द्र नाट्य संस्थान की 51वीं वर्षगांठ के अवसर पर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में स्थित अटल बिहारी वाजपेयी ऑडिटोरियम (एप्लाइड साइंस ) में अनिल शर्मा द्वारा निर्देशित एवं विनोद कुमार बेचैन द्वारा लिखित नाटक दरख्त का सशक्त एवं सफल मंचन किया गया।

इस अवसर पर दर्पण कला केंद्र नाट्य संस्थान के निदेशक विनोद कुमार बेचैन द्वारा लिखित नाटक दरख्त एवं खटक राम की किताब का विमोचन भी किया गया। इसके साथ ही आयोजन में समाज के बीच सक्रिय रूप से अपनी भूमिका निभा रहीं नारी शक्तियों को भी सम्मानित किया गया।

मंगलवार सांय तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ एवं दर्पण कला केन्द्र नाट्य संस्थान मेरठ के संयुक्त तत्वावधान में उक्त समारोह का आयोजन किया गया। आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में कुल सचिव धीरेन्द्र कुमार उपस्थित रहे। विशिष्ठ अतिथि के रूप में डॉ. मैराजुद्दीन, प्रभु दयाल वाल्मीकि, प्रो. प्रशांत कुमार, असलम जमशेदपुरी, नीरज शर्मा, महेश कुमार त्यागी, रेखा शर्मा, सैयद रिहानुद्दीन एवं अब्दुल समद उपस्थित रहे। अध्यक्षता भवानी डिग्री कॉलेज की प्राचार्य डॉक्टर सुधा शर्मा ने की।

कार्यक्रम का शुभारंभ कुलसचिव धीरेंद्र कुमार एवं तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल के निदेशक प्रोफेसर प्रशांत कुमार द्वारा दीप प्रज्वलित कर के किया गया। सर्वप्रथम नाटक दरख़्त का मंचन किया गया। ज़मीन और जायदाद किस तरह इंसान को इंसानी रिश्तों का खून करने के लिए मजबूर कर देती है, और इंतजाम की आग इंसान को किस हद तक ले जा सकती है। इस हकीकत से सटीक और मार्मिक रूप से नाटक दरख़्त के माध्यम से दर्शकों को रूबरू कराया गया।

कलाकारों के सशक्त अभिनय, कुशल निर्देशन और मार्मिक संगीत के माध्यम से नाटक के मंचन ने दर्शकों को मंत्र – मुग्ध कर दिया। कई बार दर्शकों की आंखें भी नम हो गई। शेर अली खान के किरदार में विनोद कुमार बेचैन ने अपनी अभिनय क्षमता का शानदार परिचय दिया। अन्य कलाकारों में कामरान के रूप में (शहजाद खान), आफताब (फैजान यासीन ), बशीरा (इस्लामुद्दीन कस्सार) , जावेद ( मनीष सिंह एवं आयाज अहमद सैफी) अब्दुल (अकिल बाबू अंसारी ) , मुकादम ( गौरव कुमार ), जुम्मन ( देवेंद्र कुमार ) गुलशेर ( जैस टिसावर्ड ) अहमद( विजय मेहरोल ) , जहांआरा (सौम्या), मेहरूनिशा (पारुल शर्मा ) एवं अबरार ( फैजान यासीन) आदि ने अपने – अपने पात्रों को शानदार ढंग से निभाया।

इस अवसर पर नाटक दरख्त ए खटक राम के नाटक संकलन का विमोचन किया गया।ततपश्चात समाज के बीच कार्य करने वाली नारी शक्तियों को शाल एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित की जाने वाली नारी शक्तियों में मुख्य रूप से डॉ. सुधा शर्मा, रेखा शर्मा लखनऊ, मीनाक्षी शर्मा, सुषमा जौली, वीना देवी, सूरजमुखी, राधिका कुड़िया, उषा चिन्योट, शालिनी सिंह, सोनिया जितेंद्र राज, स्नेह लता चौहान, बबीता कनौजिया, साक्षी मदान, सत्यवती, डॉ. शादाब अलीम एवं शुचि क्षोत्रिय आदि शामिल रहीं।

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