Monday, July 1, 2024
- Advertisement -
HomeUttar Pradesh NewsMeerutअफसरों पर मातहत भारी...बड़ी दुश्वारी

अफसरों पर मातहत भारी…बड़ी दुश्वारी

- Advertisement -
  • खबर प्रकाशित होते ही जीआईसी जड़ौदा पहुंची प्राचार्य, उच्चाधिकारियों को भेजेंगी रिपोर्ट
  • …लेकिन नहीं आया शिक्षक, आश्वासन पर घंटों इंतजार पर लौट गई प्राचार्य

जनवाणी संवाददाता |

किठौर: शिक्षा विभाग में अनुशासन की धज्जियां खुलेआम उड़ रही हैं। विभाग की आंखों में धूल झोंक मातहत मस्त और अफसर लाचार हैं। गुरुवार को जड़ौदा के जीआईसी में यही नजारा दिखा। निर्माण समाप्ति के बाद से बंद पड़े इस कॉलेज की जनवाणी में खबर प्रकाशित होते ही प्राचार्य कॉलेज पहुंची तो संबद्ध शिक्षक गायब मिला।

धूर्तता की इंतहा देखिए कि कॉलेज गेट पर खड़ी प्राचार्य ने शिक्षक को फोन किया तो उसने खुद को कॉलेज में उपस्थित बताया। प्राचार्य ने शिक्षक को अपनी लोकेशन भेजी तो वह सकपका गया। और दस मिनट में पहुंचने का आश्वासन दिया। घंटों प्रतीक्षा के बाद भी शिक्षक कॉलेज नही पहुंचा तो प्राचार्य वापस लौट गई।

18 10

पूर्व केबिनेट मंत्री/किठौर विधायक शाहिद मंजूर ने सपा शासन काल 2015-16 में मल्टीसेक्टोरल डवलपमेंट प्लान के तहत जड़ौदा में राजकीय इंटर कॉलेज स्वीकृत कराया था। जो डेढ़ वर्ष में बनकर तैयार हो गया। शिक्षा विभाग को 2018 में बिल्डिंग हस्तानांतरित कर दी गई, लेकिन आज तक इस कॉलेज में शिक्षकों की स्थाई नियुक्ति नही हो पाई है। बल्कि जीजीआईसी किठौर की प्राचार्य रीटा जोशी को यहां का अतिरिक्त चार्ज सौंपकर अतराड़ा इंटर कॉलेज से अमित नाम के शिक्षक को यहां से संबद्ध कर रखा है।

मगर शिक्षक अमित विभाग की आंखों में धूल झोंककर मस्त है। वह कॉलेज जाने की जहमत नही उठाता। नए कॉलेज परिसर की बिल्डिंग के क्षतिग्रस्त हालात और ग्रामींणों रमेश, तालिब, जावेद, मुदब्बिर, मुकेश, का दावा है कि सिर्फ कॉलेज एक दो बार खुला है। जनवाणी ने 14 मई के अंक में यह खबर प्रमुखता से प्रकाशित की। जिस पर संज्ञान लेते हुए गुरुवार को प्राचार्य सुबह 7:30 बजे कॉलेज पहुंची, लेकिन वहां ताला लगा था।

प्राचार्य ने शिक्षक अमित को फोन किया तो उसने खुद को कॉलेज में उपस्थित बताया। इस पर नाराज हुई प्राचार्य ने शिक्षक को अपनी लोकेशन भेजी तो उसने 10 मिनट में कॉलेज पहुंचने का आश्वासन दिया। करीब एक घंटा गेट पर प्रतीक्षा कर प्राचार्य लौट गई, लेकिन शिक्षक नही पहुंचा।

प्राचार्य का कहना है कि अधिकारियों को भ्रमित करना और ड्यूटी में घोर लापरवाही गंभीर मामला है। अमित के विरुद्ध आज ही अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी। वहीं, शिक्षक अमित कुमार का कहना है कि प्राचार्य के वापस लौटने के बाद उन्होंने कालेज खोलकर बच्चों को पढ़ाया। प्राचार्य को इसकी सूचना और फोटो भी प्रेषित कर दिए हैं।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
2
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
- Advertisement -

Recent Comments