- दो महिलाओं समेत तीन नामजद, यूपी पुलिस से सेवानिवृत्त था दारोगा
- हसनपुरकलां में घटना को लेकर कई तरह की चर्चाएं
जनवाणी संवाददाता |
किठौर: हसनपुरकलां में रिश्ते के मौसा रिटायर्ड दारोगा की फावड़े से गर्दन काटकर हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम देकर हत्यारोपी खुद थाने पहुंचा और पुलिस को पूरा घटनाक्रम बताया। पुलिस ने हत्यारोपी को हिरासत में लेकर घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए शव को मोर्चरी भेज दिया।
मृतक के परिजनों को भी घटना से अवगत कराया गया। सूचना पर पहुंचे मृतक के परिजनों ने दर्ज कराई रिपोर्ट में पैसे के लेन-देन को हत्या की वजह बताया है। हालांकि गांव में घटना को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं।
नोएडा के गौतबुद्धनगर दनकौर थानांर्तगत पारसौल निवासी श्यौराज सिंह (67) यूपी पुलिस का सेवानिवृत्त दारोगा था। सोमवार शाम वह बाइक द्वारा भतीजे की ससुराल किठौर के हसनपुरकलां गांव में महेंद्र के घर आया था। यहां उसने महेंद्र के बेटे अंकुश (28) के साथ खाना-खाने के बाद शराब पी और फिर दोनों सोने के लिए चले गए। बताया गया कि रात लगभग 1:30 बजे अंकुश और श्यौराज में किसी बात को लेकर विवाद हुआ इस बीच आक्रोशित अंकुश ने पास में रखे फावड़े से श्यौराज की गर्दन पर वार कर दिया।
जिससे श्यौराज की गर्दन कट गई और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। वारदात को अंजाम देकर हत्यारोपी खुद थाना पहुंचा और पुलिस को पूरा घटनाक्रम बताया। अचानक हत्या की खबर से थाना पुलिस में हड़कंप मच गया। हत्यारोपी को हिरासत में लेकर इंस्पेक्टर अरविंद मोहन शर्मा ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। उच्चाधिकारियों को भी सूचना दी गई। एसपी देहात केशव कुमार और सीओ अमित कुमार राय ने मौका मुआयना किया।
वहीं परिजनों संग किठौर थाना पहुंची मृतक की पत्नी मनवीरी देवी ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि श्यौराज सिंह के अंकुश पर 14 लाख रुपये उधार थे। सोमवार को रुपये देने के बहाने श्यौराज सिंह को फोनकर बुलाया गया तत्पश्चात अंकुश उसकी मां कमलेश और पत्नी क्षमा ने फावड़े से गर्दन काटकर उसकी हत्या कर दी। इंस्पेक्टर अरविंद मोहन शर्मा का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। वहीं, घटना को लेकर हसनपुरकलां में कई तरह की चर्चाएं हैं।
खुशियों पर ग्रहण
बकौल ग्रामीण हसनपुर कलां में महेंद्र सिंह का बहुत खुशहाल परिवार था। उनके दो बेटे सोनू व अंकुश और दो बेटियां थीं। 10 वर्ष पूर्व बीमारी से महेंद्र सिंह की मौत के बाद खुशियों को ऐसा ग्रहण लगा कि परिवार संभल नही पाया। दो वर्ष पूर्व पैसे के लेन-देन में महेंद्र के बेटे सोनू की हत्या हो गई।
जिसमें गांव के भी दो लोग जेल में हैं। सोनू की हत्या के बाद उसकी पत्नी व ससुरालियों से संपत्ति में हिस्से को लेकर विवाद चल रहा है। दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है। छोटी बेटी की शादी श्यौराज के भतीजे से पारसौल की गई है।
अंकुश के घर आते थे दारोगा
ग्रामीणों ने दबी जबान से बताया कि सोनू की हत्या के बाद दारोगा श्यौराज सिंह का उनके यहां काफी आना-जाना हो गया था। वह गांव आते रहते थे। बताया कि दारोगा के सिर्फ एक बेटी है। जिसकी शादी बुलंदशहर में की गई है।