- कई जगह सिर्फ कागजों में हुई नाला सफाई
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर में बह रहे नालों की तलीझाड़ सफाई की हकीकत यूं तो किसी से छिपी नहीं है। बरसात का मौसम शुरू होने के बाद टेंडर कराकर कराई जाने वाली तलीझाड़ सफाई सिर्फ कागजों पर ही सीमित रह जाती है। हकीकत में सफाई कर्मचारी लगाकर ऊपरी तौर पर कराई जाने वाली सफाई बरसात होते ही दोबारा नालों में पहुंच जाती है। ऐसे में तलीझाड़ सफाई की बात बेईमानी सी लगती है। शहर के प्रमुख नाले भले ही अब तक गंदगी से पटे हुए हों, मगर नगर निगम के रिकॉर्ड में नालों की मुकम्मल सफाई हो चुकी है।
बारिश के दौरान जलभराव न होने देने के लिए निगम प्रशासन ने सभी नालों को साफ-सुथरा कर दिया है। दो दिन पहले विकास कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान नगर निगम की ओर से यही जानकारी दी है। हालांकि वास्तविक स्थिति इससे ठीक उलट है। प्रमुख नाले गंदगी से पटे हुए हैं। कूड़ा-कचरा के चलते इनसे जलनिकासी अवरुद्ध है। कागजी तैयारियों से साफ जाहिर है कि इस बार भी बारिश में नगर के कई इलाके फिर से जलभराव के संकट से जूझेंगे।
नाला सफाई को लेकर नगर निगम की ओर से पूरा रोस्टर तैयार कर शहर के तीनों डिपो को सौंपा गया था, लेकिन अभी तक नालों की सफाई पूरी तरह से नहीं हो पाई। जिस कारण लोगों बरसात के दिनों में जलभराव का सामना करना पड़ सकता है। बरसात में एक बार फिर शहर डूबेगा क्योंकि नाले-नालों को साफ करने को लेकर नगर निगम गंभीर नहीं है। उसने प्लान तो जरूर बना लिया है, लेकिन सफाई सिर्फ कागजों पर हो रही है।
हालांकि निगम का दावा है कि बारिश शुरू होने से पहले सभी नाली-नाले साफ हो जाएंगे। अगर निगम ने सफाई में अब भी रफ्तार पकड़ी तो भी शहर के सभी नाले-नाली की सफाई नहीं हो पाएगी। शहर के दर्जनों मोहल्ले में अब तक नाला-नालियों की सफाई नहीं हुई है। इसके कारण सीवर ओवर फ्लो की परेशानियां आ रही है।
बता दें कि नगर निगम की ओर से नालों की सफाई अप्रैल माह के शुरू में ही शुरू कर दी गई थी। इसके लिये डिपो को जिम्मेदारी सौंपी गई थी और यहां के सफाई निरीक्षकों को इसकी जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन अभी तक शहर के सभी नाले पूरी तरह से साफ नहीं हो पाये हैं। उधर, जो नाले नगर निगम की ओर से साफ करने के दावे किये जा रहे हैं।
वहां भी पूरी तरह से सफाई नहीं हो पाई है। अगर यही हाल रहा तो आने वाली बरसता के दिनों में शहर वासियों को जलभराव की समस्या से दो-चार होना पड़ेगा। नगर निगम की ओर से जागृति विहार के नाले के अप्रैल माह में ही साफ कर दिया गया था, लेकिन अभी तक यहां नाले की सफाई पूरी तरह से नहीं हो पाई है। यह हाल कमेला रोड स्थित नाले का है। यहां नगर निगम की ओर से नाले की सफाई तो की जा रही है, लेकिन अभी भी कई जगह ऐसी हैं
जहां नाला कूड़े और गोबर से अटा पड़ा है, लेकिन उसे पूरी तरह से साफ नहीं किया गया है। सफाई निरीक्षको की लारपरवाही के कारण जनता को परेशान होना पड़ रहा है। सफाई निरीक्षकों की ओर से आलाधिकारियों को रिपोर्ट दी जा रही है कि नालों की सफाई कर दी गई है, लेकिन अब भी कई नाले ऐसे हैं। जहां एक बार भी टीम नहीं पहुंची है और लोगों को यहां परेशान होना पड़ेगा।