- प्रशिक्षण में पुलिस की सभी दस टीमें हुई शामिल
- हथियारों का निरीक्षण व साफ सफाई भी की गई
जनवाणी संवाददाता |
बागपत: पंचायत चुनाव के मद्देनजर शुक्रवार को कोतवाली में पुलिस को दंगा नियंत्रण के लिए प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में दगां नियंत्रण के लिए गठित सभी दस टीमें शामिल हुई। इस दौरान कोतवाली प्रभारी व आरआरएफ के प्रशिक्षकों ने पुलिस कर्मियों को दंगा नियंत्रण करने के लिए उठाये जाने वाले कदमों की जानकारी दी। प्रशिक्षण दौरान कर्मचारियों को मॉक ड्रिल के द्वारा शस्त्र चलाने की भी जानकारी दी।
पंचायत चुनाव की अभी तक भले ही घोषणा न हुई हो लेकिन पुलिस ने शांकतपूर्ण चुनाव सम्पन्न कराने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। जहां रंजिश व विवादों के चलते संवेदनशील व अतिसंवेदनशील गांवों को चिन्हित करने का कार्य शुरू हो गया है, वही पुलिस को चुनाव के दौरान शांति बनाये रखने के लिए प्रशिक्षण देने का कार्य शुरू हो गया है। शुक्रवार को कोतवाली में पुलिस कर्मियों को दंगा नियंत्रण के लिए प्रशिक्षण दिया गया।
उन्हें इस दौरान प्रयोग किए जाने वाले शस्त्रों के बारे में जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में दंगा नियंत्रण के लिए गठित की गई सभी दस टीमों ने भाग लिया। इसके अलावा आरआरएफ के जवान भी प्रशिक्षण में शामिल हुए। इस दौरान कोतवाली प्रभारी नोवेंद्र सिंह सिरोही प आरआरएफ के प्रशिक्षकों ने पुलिस कर्मियों को शस्त्रों के संबंध में जानकारी दी और उनका प्रयोग करने के बारे में बताया।
कोतवाली प्रभारी ने दंगा नियत्रंण व उस दौरान खुद की सुरक्षा के लिए उठाये जाने वाले कदमों की पुलिस कर्मियों को जानकारी दी। कोतवाल ने बताया कि आंसू गैस छोड़ते समय राइफल को इस एंगल पर रखना चाहिए। उन्होंने ने अश्रु गैस के प्रभाव से बचने के उपायों की भी जानकारी दी और कहा कि आंखों में जलन होने पर आंखों कभी हाथों से नहीं मलना चाहिए। साथ ही उन्होंने इस संबंध में मॉक ड्रिल करके भी दिखाया। इस प्रकार लाठी व रबर की गोली के प्रयोग के बारे में भी बताया।