- गर्मी बढ़ते ही बढ़ेगा लोड़, कभी भी हो सकता है हादसा
- ट्रांसफार्मर के चारों की ओर की टूटी पड़ी रैलिंग
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर के अंदर कई जगहों पर बिजली विभाग की लापरवाही के चलते खुले में रखे ट्रांसफार्मर हादसों को दावत दे रहे हैं। सड़क के किनारे लगे इन ट्रांसफार्मरों से कई बार हादसे भी हो चुके हैं। इसके बावजूद बिजली विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। सु
रक्षा के लिए लोहे की जाली लगाई जाती है, लेकिन शहर के अधिकांश ट्रांसफार्मरों से जाली गायब हो चुकी है। लोगों में हादसे को लेकर हमेशा भय बना रहता है। जबकि चारों ओर का लोहे की जाली लगाने का आदेश प्रशासन ने दिया था। इसके बाद भी काम सही ढंग से नहीं किया जा रहा है। कुछ ट्रांसफार्मरों में जाली लगी भी है तो वह पूरी तरह से टूट चुकी है।
विद्युत विभाग के खेल भी निराले हैं। विभाग की ओर से विद्युत ट्रांसफार्मर तो लगवा दिये जाते हैं, लेकिन उनकी देखरेख में लापरवाही बरती जाती है। जिस कारण हादसा होने की संभावना बनी रहती है। शहर में कई जगह ट्रांसफार्मर सड़क किनारे ऐसे ही खुले में लगे हैं। यहां उनके चारों ओर लगी रैलिंग टूटी पड़ी है, लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं है।
गर्मी बढ़ेगी तो विद्युत लोड भी बढ़ेगा और हादसे होने की संभावना अधिक होगी। अगर समय रहते इन्हें सही नहीं कराया तो हादसा बड़ा भी हो सकता है। इसके अलावा क्षेत्र में कई जगहों पर विद्युत खंभे नीचे से गले हुए हैं, जो कभी भी गिर सकते हैं। जिन्हें विभाग की ओर से ठीक नहीं कराया जा रहा है।
अप्रैल का महीना चल रहा है और गर्मी में अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिये हैं। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है तो बिजली का खर्च भी घरों में बढ़ जाता है। जिसका असर वहां क्षेत्रों में लगे ट्रांसफार्मरों पर पड़ता है। ट्रांसफार्मरों पर लोड अधिक होने के कारण उनमें आग लगने की संभावनएं बढ़ जाती है।
ऐसे में विद्युत विभाग को समय रहते शहर में ट्रांसफार्मरों की जांच पड़ताल करनी होगी। जिससे वहां कोई हादसा न हो और अगर हो भी तो उससे कोई नुकसान न हो, लेकिन विभाग की ओर से इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। खुले में रखे ट्रांसफार्मर खुद ही हादसों को दावत दे रहे हैं और अब तो यहां के विधायक ही ऊर्जा मंत्री बन चुके हैं। उसके बावजूद खुले में रखे ट्रांसफार्मरों को कवर नहीं किया जा रहा है।
गले खंभे नहीं हो रहे दुरुस्त
विद्युत विभाग की ओर से गले हुए खंभों को भी ठीक नहीं कराया जा रहा है। जोकि कभी भी गिर सकते हैं। लोहिया नगर एल ब्लॉक टंकी के पास ही कई जगहों पर खंभे जमीन में गल चुके हैं। खंभे एक ओर को झुके जा रहे हैं, लेकिन विभाग की ओर से इन्हें ठीक नहीं कराया जा रहा है।
लोहिया नगर के एल ब्लॉक में क्षेत्र के लोगों ने भी बिजलीघर पर कई बार इस संबंध में शिकायत भी की, लेकिन खंभों को नहीं बदला गया। अगर यही हालात रहे तो यह खंभे कभी भी नीचे गिर सकते हैं और बड़ा हादसा हो सकता है।
हापुड़ रोड पर टूटी पड़ी ट्रांसफार्मर के चारों की रैलिंग
हापुड़ चुंगी से लेकर हापुड़ अड्डा चौराहा तक कई जगहों पर ट्रांसफार्मरों का हाल खराब हो चुका है। विद्युत विभाग की ओर से ट्रांसफार्मरों के चारों और उसे कवर करने के लिये रैलिंग लगा रखी है, लेकिन यहां रैलिंग कई जगह से टूटी पड़ी है। जिस कारण यहां हादसा होने की संभावना अधिक बनी हुई है। हापुड़ रोड पर कई बड़ी फैक्ट्रियां हैं, जो गलियों में स्थित है और सूत आदि बनाने का कार्य किया जाता है।
इन दिनों लोड अधिक बढ़ जाता है। ऐसे में हादसा होने की संभावना अधिक हो जाती है। गर्मियों में एसी का लोड भी अधिक हो जाता है, जिस कारण हादसे अधिक होते हैं। ऐसे में विभाग की ओर से यहां समय रहते अगर यह रैलिंग सही नहीं कराई गई तो कभी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इसके अलावा कई जगहों पर ट्रांसफार्मरों से तेल भी निकल रहा है। जिसे विभाग की ओर से सही नहीं कराया जा रहा है।
जाकिर कालोनी में खुले में रखा ट्रांसफार्मर
जाकिर कालोनी की बात करें तो यहां ट्रांसफार्मर खुले में ही रखा है। जिस कारण यहां हादसा होने की संभावनाएं अधिक बनी हुई हैं। क्षेत्रीय लोगों की ओर से भी कई बार इस संबंध में विद्युत अधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन यहां ट्रांसफार्मर को कवर नहीं कराया जा रहा है। जिस कारण कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। यहां खुले में ट्रांसफार्मर होने के कारण उससे निकलने वाले तार जमीन पर मिले रहते हैं।
वीआईपी क्षेत्र में ट्रांसफार्मर कवर मुस्लिम क्षेत्रों में हाल बदहाल
विद्युत विभाग के खेल भी निराले हैं। यहां बिजली का बिल वसूलने और उसकी दरों में तो काई भेदभाव नहीं किया जाता, लेकिन सुविधा देने के नाम पर वीआईपी और आम आदमी में भेदभाव किया जाता है। शहर के दो मुख्य मार्गों की बात करें तो विवि से लेकर साकेत तक कहीं भी आपको कोई ट्रांसफार्मर खुले में नहीं मिलेगा।
उसे चारों ओर से कवर किया गया है और उसके चारों ओर समय से साफ-सफाई आदि का भी ध्यान रखा जाता है, लेकिन अगर दूसरे मार्ग हापुड़ रोड की बात करें तो यहां पड़ने वाली ज्यादातर कालोनियों के हाल खराब हैं। यहां अधिकतर कालोनियों में जहां ट्रांसफार्मर रखे हुए हैं। वहां ट्रांसफार्मर के चारों ओर की रैलिंग टूटी पड़ी हैं, लेकिन विद्युत विभाग की ओर से उन्हें सही नहीं किया जा रहा है,
लेकिन जब बिल लिये जाने की बात आती है तो विभाग की ओर से सभी से समान रेटों के आधार पर विद्युत बिल वसूला जाता है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर आम आदमी को अछूता छोड़ दिया जाता है। विभाग की यह लापरवाही किसी के लिये भी भारी पड़ सकती है। इससे कभी न कभी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।