जनवाणी संवाददाता |
मुजफ्फरनगर: सिसौली में किसान मसीहा चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की 11वीं पुण्यतिथि को रविवार को जल, जंगल, जमीन बचाओ संकल्प दिवस के रूप में मनाई गई। मुख्य कार्यक्रम भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) मुख्यालय किसान भवन, सिसौली में आयोजित किया गया।
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पुण्यतिथि पर स्वैच्छिक रक्तदान शिविर भी लगा गया है। इस बीच राष्ट्रीय लोकदल अध्यक्ष जयंत चौधरी और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी बाबा टिकैत को श्रद्धांजलि देने सिसौली पहुंचे। जनपद में आगमन पर रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी का लालूखेडी में जोरदार स्वागत किया।
नयी दिल्ली में केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ संजीव बालियान ने पूर्व निर्धारित ओडिशा दौरे पर जाने से पूर्व नई दिल्ली स्थित अपने आवास 15 अशोक रोड पर बाबा महेंद्र सिंह टिकैत की पुण्यतिथि पर श्रद्धासुमन अर्पित की। इस दौरान अशोक बालियान राजू अहलावत आदि मौजूद रहे।
लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने सिसौली के किसान भवन में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत ने किसानों को आवाज दी। चौधरी जयंत सिंह डूंगर किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत की 11 वीं पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह व चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत नैतिकता के साथ किसानों की लड़ाई लड़ते थे।
उन्होंने राजनीतिक दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज धर्म व जाति के नाम पर युवाओं के हाथ में तलवार थमा दी गई है । जो समाज को तोड़ने का काम कर रही है । उन्होंने महिलाओं को आगे करने की वकालत करते हैं कहा कि हमें महिलाओं को उचित स्थान देना चाहिए । चौधरी जयंत सिंह ने किसान भवन स्थित चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की समाधि पर माल्यार्पण किया । इसके पश्चात वह सिसौली स्थित टिकैत आवास भी पहुंचे। जहां उन्होंने अखंड ज्योति के दर्शन कर नमन किया ।उनके साथ भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत व गौरव टिकैत मौजूद रहे।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि महेंद्र सिंह टिकैत वह ताकत है जो सरकार को अपनी जमीन पर बुलाकर लोटे से पानी पिला दिया करते थे। वह स्वभाव के सरल थे सादगी उनकी पहचान थी । महेंद्र सिंह टिकैत की 11 वीं पुण्यतिथि पर सिसौली के किसान भवन में किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने पूरी उम्र किसानों की आवाज उठाई।
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि हमने केंद्र सरकार को किसानों को गिरफ्तार कर रखने के लिए दिल्ली के स्टेडियम नहीं दिए , वरना केंद्र सरकार सभी स्टेडियमों को जेल बना देती । उन्होंने कहा कि दिल्ली वालों का पेट रोटी से भरता है , नेट से नहीं । रोटी गांव में पैदा होती है दिल्ली में नहीं।
इसलिए हम किसानों के साथ हैं । किसानों को पानी व बिजली की हर सुविधा हमने आंदोलन के दौरान उपलब्ध करवाई । उन्होंने जल , जंगल व जमीन बचाने का संकल्प लेते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में जो भी सहयोग इस क्षेत्र को हम दे पाएंगे उसका हम प्रयास करेंगे ।