मशहूर एक्ट्रेस त्रिधा चौधरी का कातिलाना अंदाज वेब सीरीज ‘आश्रम’, ‘आश्रम 2’ और ‘आश्रम 3’ में देखने को मिला था। उन्हें छोटे पर्दे की बोल्ड एक्ट्रेस माना जाता है। वह जितनी ज्यादा खूबसूरत हैं, उतनी ही हाट भी हैं। वह अक्सर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपने फोटोज और वीडियोज के जरिए लोगों को मदहोश करती रहती हैं। कोलकाता, पश्चिम बंगाल में जन्मी त्रिधा चौधरी ने एमपी बिड़ला फाउंडेशन हायर सेकेंडरी स्कूल से स्कूलिंग करने के बाद आगे की पढ़ाई कोलकाता में स्काटिश चर्च कालेज से पूरी की।
चौधरी को 2020 में टाइम्स आफ इंडिया की ‘मोस्ट डिजाइरेबल वूमेन’ की सूची में 13वें स्थान पर रखा गया था। त्रिधा चौधरी को अपनी आंखों के जरिये अपनी खूबसूरती को एक बिलकुल नये रूप में परिभाषित करने में महारथ हासिल है। आश्रम के तीनों सीजन में जिस तरह से उन्होंने बबीता का किरदार निभाते हुए, बाबी देओल के साथ बोल्ड बेडरूम सीन किए। उसके बाद वो रातोंरात स्टार बन गर्इं थीं। त्रिधा ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि वे सीन्स करना उनके लिए आसान नहीं था। उन्हें करते हुए वह काफी नर्वस थी लेकिन बाबी देओल ने उनकी इमोशनली काफी मदद की, जिसकी वजह से वह सब कुछ इतने खूबसूरत तरीके से कर सकीं।
2०16 में त्रिधा ने स्टार प्लस की श्रृंखला दहलीज (2016) में अपना टेलीविजन डेब्यू किया जिसका प्रीमियर 14 मार्च 2016 को हुआ था। वेब सीरीज ‘आश्रम’ के बाद अब त्रिधा चौधरी को नोटिस किया जाने लगा है। ‘आश्रम’ के अलावा त्रिधा ने अमेजन प्राइम वीडियो पर आन स्ट्रीम हुई वेब सिरीज ‘बंदिश बैंडिट्स’ में भी काम किया था। वह रनबीर कपूर की फिल्म ‘शमशेरा’ में भी नजर आर्इं थीं। फिल्म में वह खुद को ज्यादा असरकारक साबित नहीं कर सकीं लेकिन ‘आश्रम’ में बबीता के रोल ने त्रिधा चौधरी को रातोरात मशहूर कर दिया।
निश्चित ही इसके जरिये उन्होंने ग्लैमर की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है। त्रिधा चौधरी ने हिंदी के अलावा कुछ बंगाली, तमिल और तेलुगू फिल्मों में काम किया है। वह म्यूजिक वीडियो ‘धोखेबाज’ (2022) तेरे मेरे (2023) और धुन धुन (2023) में भी अपने जलवे दिखा चुकी हैं। ‘क्लीन एंड क्लियर टाइम्स आफ इंडिया फ्रेशफेस’ 2011 खिताब की विनर रह चुकीं त्रिधा चौधरी की पहली बंगाली फिल्म 2013 में श्रीजीत मुखर्जी द्वारा निर्देशित ‘मिशावर रावोशियो’ थी। उसके बाद वह ‘जोड़ी लव दिले ना प्राने’ (2014) और ‘खाद’ (2014) ‘मेरी क्रिसमस’ (2015) ‘खावटो’ (2016) जैसी बंगाली फिल्मों में नजर आर्इं।
इस साल उनकी एक और बंगाली फिल्म ‘बूमरेंग’ (2023) रिलीज हुई। ‘सूर्या वर्सेस सूर्या’ (2015) से उन्होंने तेलुगु फिल्मों में डेब्यू किया। उसके बाद उन्होंने ‘मानसुकू नाचिंदी’ (2018) ‘7’ (2019) और ‘‘अनकुनादी’ ओक्ती अयिनादी ओक्ती’ (2020) जैसी तेलुगु फिल्मों में सफलता हासिल की। वह अब तक दो शॉर्ट फिल्म ‘हबा गोबा’ (2020) ‘अरेंज्ड’ (2022) भी कर चुकी हैं। ‘स्पाटलाइट‘ (2017) ‘शे जे हालूदू पाखी’ (2018) दुल्हा वांटेड (2018) आश्रम (2020) द चार्जशीट इनोसेंट और गिल्टी (2020) जैसी वेब सिरीज त्रिधा के नाम के साथ जुड़ी हैं। आनंद तिवारी द्वारा निर्देशित ‘बंदिश बेंडिटस’ (2020) और प्रकाश झा द्वारा निर्देशित ‘आश्रम’ के बाद त्रिधा पूरी तरह एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में स्थापित हो चुकी हैं।