भारतीय परंपरा में तुलसी को मां का रूप माना जाता है। हर शुभ काम में तुलसीदल का प्रयोग किया जाता है, हर भोग के लिए तुलसीदल डाले जाते हैं। तुलसी दल पूजा के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी बहुत उपयोगी है। तुलसी में विटामिन ए पाया जाता है जो शरीर में फ्री रेडिकल्स का प्रभाव कम करता है। इसके अतिरिक्त तुलसी के मैग्नीशियम, आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम और विटामिन सी भी पाया जाता है। मैग्नीशियम से हार्ट में रक्त संचार बढ़ता है। आइए जानें तुलसी के अन्य गुणों को:
बुखार में लाभप्रद : तुलसी के पत्तों को उबालकर काढ़ा बना कर पीने से बुखार कम होता है। मलेरिया और डेंगू बुखार में भी यह काढ़ा लाभ पहुंचाता हैं।
कोलेस्ट्राल भी करता है कम: अगर आपका कोलेस्ट्राल ज्यादा है प्रात: शाम 10 से 12 तुलसी की पत्तियों का सेवन कुछ दिनों तक लगातार करते रहने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो जाता है।
खांसी जुकाम में भी मिलता है लाभ: अगर प्रात:काल नियमित रूप से 4 से 5 तुलसी दलों का सेवन किया जाए तो आप स्वयं को खांसी-जुकाम से बचा सकते हैं। अगर खांसी-जुकाम की शुरूआत हो गई है तो तुलसी की चाय का सेवन करें।
लाभकारी है श्वांस संबंधी समस्या में भी: तुलसी की पत्तियों का काढ़ा अदरक और शहद के साथ लेने से श्वांस संबंधी समस्या में लाभ मिलता है। अगर फ्लू हो गया हो तो आधे लिटर पानी में तुलसी की पत्तियां, 2 लौंग व चुटकी भर नमक डालकर काढ़ा बनाएं। जब पानी आधा रह जाए तो गुनगुना कर दिन में दो से तीन बार पिएं।
गर हो गले में खराश: गले में खराश होने पर आधे लिटर पानी में 2 बड़े चम्मच तुलसी के पत्तों को धीमी आंच पर पकाएं। अधिक देर तक न पकाएं। 5 से 4 मिनट तक पका कर गुनगुना पी लें। गरारे भी कर सकते हैं।
किडनी स्टोन में भी लाभप्रद: किडनी स्टोन के शुरूआती समय से ही 6 महीने तक तुलसी की पत्तियों का रस शहद के साथ लेते रहने से लाभ मिलता है।
अन्य लाभ भी हैं
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तुलसी की पत्तियों को धूप में सुखा कर पाउडर बनाएं। थोड़ा सा सरसों का तेल मिला कर पेस्ट बनाएं और पेस्ट से दांत साफ करें। इस पेस्ट से पायरिया या सांस की बदबू दूर होती है।
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शरीर से आने वाली दुर्गन्ध दूर करने के लिए एक माह तक 15 से 20 पत्तियां प्रात: खाकर पानी पी लें। समस्या से पूरी तरह निबटने के लिए एक माह से ज्यादा भी खानी पड़ सकती है।
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चेहरे पर काले दाग धब्बे दूर करने हेतु तुलसी की पत्ती के रस में नींबू का रस मिला कर चेहरे लगाने से उनसे छुटकारा मिलेगा और चेहरा सुंदर लगेगा।
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जोड़ों के दर्द में भी तुलसी की पत्तियों का काढ़ा लाभप्रद होता है।
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घर पर दो-तीन गमलों में तुलसी लगाएं, नियमित प्रात: जल दें और दीया जलाएं ताकि तुलसी फलती फूलती रहे।
सुनीता गाबा
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