- मुख्य तस्कर फरार, पहले भी हो चुका है मुकदमा दर्ज
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: नेवले के शिकार और उसके बाल के मामले में मेरठ एक बार फिर चर्चाओं में आ गया। रविवार को लिसाड़ी गेट पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर लौहारपुरा में शमशाद व दिलशाद के मकान पर छापेमारी कर नेवले के बालों से ब्रश बनाने वाले दो कारीगरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम ने मौके से लाखों रुपये की टीम माल बरामद किया है।
लिसाड़ी गेट इंस्पेक्टर जितेन्द्र सिंह ने बताया कि रविवार शाम को मुखबिर की सूचना पर लौहारपुरा में शमशाद और दिलशाद के मकान पर छापा मारा।
जहां से लाखों रुपये की कीमत के ब्रश व अधबने माल बरामद किया है। जबकि कारखाना मलिक दोनों भाई मौके से फरार हो गए। पुलिस ब्रश बनाने वाले कारीगर अशोक और बबलू को हिरासत में लेकर थाने ले गए। बताया गया है कि वर्ष 2007 में भी शमशाद वे दिलशाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसमें दिलशाद को गिरफ्तार का जेल भेज दिया गया था। तभी से शमशाद फरार चल रहा हैं।
धड़ल्ले से हो रहा चरस, गांजे का कारोबार, प्रशासन मौन
मेरठ: जिले के अधिकांश क्षेत्रों में नशे के अवैध कारोबरियों द्वारा चरस-गांजा और भांग का अवैध कारोबार धड़ल्ले से किया जा रहा है। दिन निकलने से लेकर शाम ढलने तक नशे के अवैध कारोबारी पुलिस-प्रशासन से बेखौफ होकर अपने अवैध कारोबार को खुलेआम अंजाम दे रहे हैं। शहर के अलावा देहात क्षेत्रों में नशे के अवैध कारोबारी अपनी जेब भरने के लिए लोगों को मौत का सामान ब्रिकी कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि शहर में घंटाघर के समीप नील वाली गली में, मेडिकल के समीप सड़क किनारे एक दुकान पर, भैंसाली बस स्टैंड के समीप एक दुकान पर और रेलवे स्टेशन के समीप एक कालोनी में घर पर खुलेआम चरस-गांजा और भांग बिक्री की जा रही है। उधर देहात क्षेत्र सरधना, रोहटा, कस्बा खिवाई, कैथवाड़ी, आदि क्षेत्रों में भांग-चरस और गांजे के अवैध कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि उक्त नशे के अवैध कारोबारी चरस-गांजा और भांग को थोक में रोडवेज बस, ट्रेन और निजी वाहनों द्वारा राजधानी दिल्ली से लेकर आते हैं और फिर उसे छोटी-छोटी पुड़िया बनाकर उसे बिक्री करते हैं। आसानी से भांग-चरस और गांजा उपलब्ध होने के कारण अधिकांश युवा पीढ़ी भी नशे की गिरफ्त में आने लगी है। उधर इस बारे में जब एसएसपी रोहित सिंह सजवाण से वार्ता करने की कोशिश की तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।