- पशुधन प्रसार अधिकारी के पद पर थी नियुक्ति
जनवाणी संवाददाता |
फलावदा: पड़ोसी गांव निवासी फौजी के प्रमाण पत्रों के सहारे सचिन से सनोज बनकर सरकारी नौकरी हासिल करने वाले नटवरलाल को पशुधन प्रसार अधिकारी के पद से बर्खास्त कर दिया गया है।यह कार्यवाही मेरठ मंडल पशु पालन विभाग के अपर निदेशक नियुक्ति प्राधिकारी द्वारा की गई है।
गौरतलब है कि ग्राम पिलौना निवासी सचिन मालिक पुत्र रविंदर पशु पालन विभाग में बतौर ड्रेसर भर्ती हुआ था।उसकी पशुधन प्रसार अधिकारी के पद पर तरक्की हो गई थी।वह बरसों तक इस पद पर तैनात रहा लेकिन वर्ष 2022 में पिलौना निवासी जिला पंचायत सदस्य श्रीमती ईशा चौधरी द्वारा की गई शिकायत पर बैठी जांच में धोखेबाजी उजगार हो गई।
दरअसल ग्राम नागोरी पशुधन प्रसार अधिकारी के पद पर नियुक्त चल रहे सनोज का असली नाम सचिन है।उसने अपने पड़ोसी गांव निवासी सनोज पुत्र रविंदर का नाम और उसके हाई स्कूल के प्रमाण पत्र इस्तेमाल कर फर्जी तरीके से नौकरी हासिल कर ली थी। जबकि असली सनोज ग्राम बहजादका निवासी है तथा वह फौज में तैनात है।जांच के दौरान इस मामले में थाना सिविल लाइन में धोखाधड़ी का मुक़दमा दर्ज करा दिया गया।
सरकारी नौकरी के लिए सनोज बने आरोपी सचिन को विभाग ने उसी समय निलंबित भी कर दिया।शासकीय अधिवक्ता की विधिक राय के आधार पर मेरठ मण्डल के अपर निदेशक नियुक्ति प्राधिकारी द्वारा बर्खास्तगी के आदेश जारी कर दिए गए हैं।इस बाबत आरोपी सहित सभी संबंधित अफसरों को सूचना भेज दी गई है।
फोटो परिचय – आरोपी सचिन उर्फ सनोज