- कंकरखेड़ा में विवादित जमीन पर विकसित की जा रही थी कॉलोनी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सरधना रोड पर स्थित ड्रिम सिटी के पास वक्फ बोर्ड की विवादित जमीन पर आखिर एमडीए और तहसील की टीम ने काम रुकवा दिया हैं। कुछ लोगों ने पूरी तैयारी के साथ इस विवादित 17 बीघा जमीन में अवैध कॉलोनी विकसित करने की तैयारी कर ली थी। मिट्टी का भराव सड़कों के लिए किया जा रहा था। दीवार निकाली जा रही थी। इस सबको प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से रुकवा दिया हैं।
दो दशक के दौरान इस जमीन पर दस बार ही कब्जे के प्रयास किये जाते रहे हैं। इस जमीन पर कब्जे का प्रयास करने वालों के खिलाफ पहले भी कंकरखेड़ा थाने में मुकदमा दर्ज हो चुका हैं। इसके बाद भी भू-माफिया जमीन पर कब्जा करने का हर संभव प्रयास किये गए। इस बार कुछ भाजपा नेताओं को इसमें जोड़कर जमीन को कब्जाने का फिर से प्रयास हुआ, लेकिन मामले को लेकर कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह ने सख्ती कर दी।
कमिश्नर के आदेश पर ही तहसील और एमडीए की टीम कई दिनों से इसकी जांच पड़ताल कर रही थी। एमडीए इंजीनियरों की टीम मौके पर पहुंची तथा तमाम निर्माण कार्य रुकवा दिये। प्रशासन ने भी इसकी रिपोर्ट आला अफसरों को दी हैं। रिपोर्ट अभी सार्वजनिक नहीं की हैं, लेकिन कहा यह जा रहा है कि रिपोर्ट भू-माफिया के निगेटिव देना बताया गया हैं।
बता दें, कुछ लोग ड्रिम सिटी से सटकर वक्फ बोर्ड की करीब 17 बीघा जमीन खाली पड़ी हैं। इस जमीन पर कई बार कब्जे के प्रयास किये जा चुके हैं। क्योंकि आॅन रोड यह जमीन हैं, जिसको लेकर काफी तनातनी हो चुकी हैं। इस जमीन पर कब्जा करने के लिए कुछ भाजपा नेता पर्दे के पीछे आ गए थे।
मुस्लिम युवकों को आगे कर दिया था। कहा जा रहा था कि वक्फ से जमीन उनके हिस्से में फाइनल हो गई हैं। इस तरह से इस जमीन पर फिर से कब्जे के प्रयास हुए, लेकिन कमिश्नर की सख्ती के चलते माफियाओं की एक नहीं चली तथा निर्माण को रोकना पड़ा।
ये है विवाद
दरअसल, इस जमीन को प्रशासन वक्फ बोर्ड का बता रहा है, वहीं कब्जा करने वाले इसे वक्फ वलदियत नामा बता रहे हैं। इसी को लेकर विवाद दो दशक से चल रहा हैं। अब जमीन कीमती हो गई है तो हर किसी की निगाहें इसी जमीन पर लगी हुई हैं। चार वर्ष पहले भी इसमें मुकदमा दर्ज कराया गया था।
तब पुलिस ने गिरफ्तारी भी की थी। अब यह समझ में नहीं आ रहा है कि पहले विवादित रही जमीन अब फिर से साफ-सुथरी कैसे हो गई? कुछ भाजपा नेताओं के इसमें जुड़ने मात्र से ही जमीन साफ-सुथरी हो जाती हैं? यह बड़ा सवाल हैं।