- रविवार की छुट्टी में चला लिंटर का निर्माण, शिकायत कमिश्नर तक पहुंची
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर के गांधी आश्रम के पास जिस बिल्डिंग को एमडीए ने गत नौ मई को गिराया था, फिर से संडे की छुट्टी में बिल्डिंग बनकर तैयार हो गई। अवैध निर्माणकर्ता का यह दुस्साहस ही कहा जाएगा कि एक बार बिल्डिंग गिराई जा चुकी, फिर निर्माण कर दिया गया। फिलहाल तो अवैध निर्माणों को लेकर सख्ती भी काफी हैं। संडे में ही लोग इसकी शिकायत लेकर कमिश्नर आवास पर पहुंच गए तथा अवैध निर्माणों को गिराने की मांग की।
इस अवैध निर्माण का क्षेत्र डी-वन क्षेत्र के सूरजकुंड में आता हैं। यहां पर गत नौ मई को एमडीए ने बुलडोजर चलाया था। तब कहा जा रहा था कि यह सरकारी जमीन हैं, जिस पर कुछ लोग अवैध कब्जा कर रहे थे। इसलिए इस पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्तीकरण कर दिया गया था। शासन तथा मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह के सख्त तेवरों के बावजूद भी अवैध निमार्णों को किसके इशारे पर कराया जा रहा है?
सूरजकुंड गांधी आश्रम के पास नाले के नजदीक मुख्य मार्ग पर ही बिना मानचित्र ,नियम विरुद्ध अवैध निर्माण को अंजाम दे दिया गया। रविवार को लिंटर पड़ गया। ऐसा नहीं है इसकी जानकारी क्षेत्र के कर्मचारी तथा इंजीनियर को नहीं थी, इसके बावजूद इस अवैध निर्माण को अंतिम रूप दे दिया गया। प्राधिकरण ने सील की कार्रवाई नहीं की।
सूत्र बताते हैं कि नोटिस भी शायद नहीं काटा गया है। इस मामले की जांच कराए जाने पर ही खुलासा हो सकता है। वही सूत्र बताते हैं कि इस जमीन का बैनामा भी नहीं है, जो सरकारी जमीन होने की बात सामने आ रही है और प्राधिकरण पूर्व में भी इस पर नौ मई को बुलडोजर चला चुका है। इस बार प्राधिकरण से सेटिंग की बात कह कर निर्माणकर्ता सीना तान कर अवैध निर्माण करने में जुटा है।