- पुलिस की जांच मोबाइल पर टिकी, निकलवाई जा रही काल डिटेल्स
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जानी खुर्द थाना क्षेत्र दिल्ली देहरादून हाइवे स्थित एमआईईटी कालेज के हास्टल में बीसीए की छात्रा की आत्महत्या की घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। परिजनों ने हॉस्टल के वार्डन पर उत्पीड़न के आरोप लगाये थे, लेकिन जानी पुलिस ने छात्रा की मौत पर उसके दोस्त पर लगे आरोपों को भी गंभीरता से लिया है। पुलिस ने मृतका का मोबाइल कब्जे में लिया है। पुलिस का कहना है कि मोबाइल की कॉल डिटेल्स को निकलवाकर जांचपड़ताल को आगे बढ़ाया जायेगा।
जानी पुलिस ने छात्रा मनीषा शर्मा का मोबाइल कब्जे में ले लिया था। जानी थाना प्रभारी प्रजंत त्यागी का कहना है कि मनीषा का मोबाइल लॉक हुआ है। उसकी कॉल डिटेल्स की जांचपड़ताल के बाद ही स्पष्ट होगा कि आखिर उसने मौत का रास्ता क्यों। वहीं उसके क्लासमेट हिमांशु से भी पूछताछ की थी। उसने बताया कि वह तो उस शाम सिर्फ एक छात्रा के बर्थडे का केक लेकर वहां गया था। पुलिस ने छात्रा के मोबाइल को फोरेंसिक लैब में भेजने की बात कही है। गुरुवार को कालेज में छात्रा की साथ पढ़ने वाली सहेलियां और अन्य छात्र एग्जाम देते समय खूब फूट फूट कर रोये।
कई छात्राएं तो एग्जाम के दौरान अपनी सहेली की मौत पर बेहोश हुए जा रही थी। छात्राओं ने एग्जाम बाद में लेने के लिए भी कहा, लेकिन कालेज प्रशासन नहीं माना। कालेज प्रशासन का तर्क था कि ऐसी घटना तो होती रहती हैं। इससे पहले भी दिसम्बर माह में एमआईटी कालेज परतापुर में 16 तारीख को बीटेक छात्र शिवम ने हॉस्टल के कमरे में फांसी पर लटक कर आत्महत्या कर ली थी।
वहीं सुभारती विश्वविद्यालय में 18 दिसम्बर को शशी रंजन नाम की एक छात्रा ने बिल्ंिडग की छत से कूदकर जान दे दी थी। इससे पहले चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में 20 सितम्बर को प्रशांत पांडे नाम के एक छात्र ने पंखे पर लटककर फांसी लगा ली थी। छात्रों द्वारा आये दिन आत्महत्या की घटनाओं से निजी कालेजों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। लेकिन कालेज प्रशासन इन घटनाओं के प्रति गंभीर नहीं है।
चौकी इंचार्ज फतेहउल्लापुर सस्पेंड
मेरठ: दबिश के दौरान पुलिस पार्टी पर पिस्टल तानने वाले आसिफ ऊर्फ भूरा से दोस्ताना रवैया के चलते लोहिया नगर इंस्पेक्टर केपी सिंह को लाइन हाजिर किए जाने के बाद चौकी इंचार्ज फतेहउल्लापुर राकेश कुमार को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने आसिफ ऊर्फ भूरा की गिरफ्तारी भी कर ली है। लोहिया नगर इंस्पेक्टर के लाइन हाजिर व अब चौकी इंचार्ज के सस्पेंशन से शहर के पुलिस वालों में हड़कंप मचा हुआ है।
कई मुकदमे दर्ज है तमंचा गर्ल के बॉय फ्रेंड पर
मेरठ: गंगा नगर निवासी तमंचा गर्ल के प्रकरण में चौंकाने वाले खुलासों का सिलसिला लगातार जारी है। सूत्रों ने जानकारी दी है कि तमंचा गर्ल जिन्हें मोबाइल छिनने वाला बदमाश बता रही थी, वो बदमाश नहीं बल्कि उसके बॉय फ्रेड निकले हैं। जिसके बारे में कहा जा रहा है कि वो बदमाश नहीं बल्कि तमंचा गर्ल का बॉय फ्रैंड है, वो भी अभी फरार है। उम्मीद की जा रही है कि शनिवार तक पुलिस उन तक पहुंच जाएगी।
सबसे चौंकाने वाली बात यह कि बॉय फ्रैंड पर कई मुकदमे हैं। वहीं दूसरी ओर यदि तमंचा गर्ल की बात की जाए तो जांच के मामले में वह पुलिस से कतई भी संपर्क नहीं कर रही है। यहां तक कि उसका मोबाइल भी स्वीच आॅफ जा रहा है। इस मामले में तमंचा गर्ल का रवैया शुरूआत से ही पुलिस से असहयोग का रहा है। वहीं दूसरी ओर यदि पुलिस की बात की जाए तो प्रथम दृष्टया ही इस मामले में झोल को पुलिस ने पकड़ लिया था।
हुआ यह कि जब युवती को उसके परिजन थाना सिविल लाइन लेकर पहुंचे तो उसके रवैये से तभी साफ हो गया था कि वह पुलिसिया कार्रवाई के पक्ष में नहीं। शायद उसकी समझ में यह बात आ गयी थी कि उसने जो कहानी गढ़ी थी, पुलिस उसको बहुत जल्दी बेपर्दा कर देगी। और यदि सब कुछ ठीक रहा तो कुछ वैसा ही होने भी जा रहा है।