- परिजनों ने घेरा सीओ को, गाड़ी में की तोड़फोड़
- आखिरी वक्त तक गुमराह करते रहे दोनों हत्यारोपी
जनवाणी संवाददाता |
खरखौदा: थाना क्षेत्र के गांव कौल के राजकुमार का जिस्म जंगली जानवरों ने नोच डाला। उसके काली नदी के बीच बने एक टापू पर उसके शव की शिनाख्त कपड़ों से की गयी। जानवरों ने उसकी हड्डियां तक चबा डालीं। शिनाख्त के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। सीओ किठौर का घेराव कर दिया। जिस गाड़ी में पोस्टमार्टम के लिए अवशेष लेकर जा रहे थे, गुस्साए परिजनों ने उसको घेर लिया और तोड़फोड़ भी की गयी। गत 17 जुलाई से लापता गांव कौल के राजकुुमार की हत्या तथा आरोपियों द्वारा लाश को ठिकाने लगाए जाने के मामले में परिजन व आसपास के ग्रामीण पुलिस की कार्यप्रणाली से सख्त नाराज हैं।
उनका कहना है कि गुमशुदगी की जानकारी 17 जुलाई को दे दी गयी, उसके बाद भी पुलिस तब तक हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। जब तक कि हंगामा नहीं हो गया। बवाल के बाद परिजनों ने जब थाना घेर लिया तो इस मामले में आनन-फानन में कार्रवाई के नाम पर पुलिस ने मुंडाली के आड़ गांव के कमालुद्दीन व शेरा को उठा लिया। उन्होंने ही राजकुमार की हत्या की वारदात का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि राजकुमार गांव आड़ में शराब के ठेके पर शराब लेने आया था। उसको वह पहले से जानते थे। रास्ते में तीनों साथ हो लिए। एक जगह बैठकर शराब पी। नशा कुछ ज्यादा हो गया।
नशे के दौरान ही गला दबाकर राजकुमार की हत्या कर दी।
लाश को काली नदी में फेंक दिया। पुलिस ने शनिवार को परिजनों के साथ पूरे दिन काली नदी व जंगलों में सर्च अभियान चलाया। जेसीबी भी मंगाई गई। रविवार को नाव से सर्च अभियान चलाया। राजकुमार का भाई भी नाव पर सवार था। नदी में टापूनुमा एक स्थान पर उसने कमीज से अपने भाई की पहचान की। वहां शव के नाम पर कुछ चबाई हुई हड़ियां ही मिली और कुछ नहीं। कमालुद्दीन व शेरा के खिलाफ पुलिस ने लिखा-पढ़ी कर दी है।
इंद्रपुरा कांवड़ विवाद में 20 आरोपी गिरफ्तार
किठौर: पिछले दो दिन से इंद्रपुरा में चल रहे विवाद के मामले में पुलिस ने अब तक 20 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनमें 12 आरोपियों को थाने से जमानत दे दी गई, छह का शांतिभंग में और दो आरोपियों का जानलेवा हमले के आरोप में चालान कर दिया गया है। गौरतलब है कि शुक्रवार शाम करीब 7:15 बजे इंद्रपुरा निवासी सुंदर पुत्र ब्रजपाल और अंकित भाटी पुत्र अनूप सिंह में गांव स्थित शिवमंदिर में पहले जलाभिषेक करने को लेकर विवाद हो गया था। जिसमें दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराते हुए 12 नामजद व छह अज्ञात लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई थी,
लेकिन शनिवार दोपहर को एक-दूसरे पर व्यंग्य करने को लेकर दोनों पक्षों में पुन: विवाद हुआ जिसमें जमकर मारपीट, पथराव व फायरिंग हुई इसमें सुंदर पुत्र ब्रजपाल ने अंकित पक्ष के मनीष पुत्र केशराज, कमल पुत्र अनूप सिंह, कृष्ण पुत्र लखीराम, अमित पुत्र महिपाल, सागर पुत्र बीर सिंह पर अपने चाचा प्रकाश व भतीजे अंकित पुत्र कंवरपाल के साथ मारपीट और दोनों पर तमंचे से फायर कर जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
बहरहाल, इस प्रकरण में पुलिस ने रविवार को 12 आरोपियों को थाने से जमानत पर छोड़ दिया, छह आरोपियों का शांतिभंग और मोनू उर्फ बैंगन पुत्र सुभाष निवासी हसनपुर कलां व आदित्य पुत्र यशपाल निवासी डेरियो का जानलेवा हमले के आरोप में चालान कर दिया। पुलिस आरोपी मोनू को तमंचे सहित हसनपुर कलां और आदित्य को शाहजहांपुर नहर पटरी से गिरफ्तार करने का दावा कर रही है।