- एमडीए में इंजीनियरों के कार्य क्षेत्र बदले
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: क्या इंजीनियरों के तबादलों के बाद अवैध निर्माण रुक पाएगा? यह बड़ा सवाल है। प्राधिकरण उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी ने अवैध निर्माण रोकने में इंजीनियरों के कार्यक्षेत्र बदल दिए। अब देखना यह है कि यह इंजीनियर अवैध निर्माण को रोक पाते हैं या फिर नहीं? हालांकि पूर्व में ये इंजीनियर अवैध निर्माणों को रोकने में विफल रहे हैं। इनके सिर्फ जोन बदले हैं, इनके कार्यक्षेत्रों में अवैध निर्माण को लेकर अंगुलियां उठती रही है।
प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने जोन-ए-1 का जोनल अधिकारी मनोज तिवारी को बनाया गया है तथा उनके साथ नोडल अधिकारी के पद पर अर्पित यादव को तैनात किया है। अवर अभियंता पवन शर्मा जोन-ए-1 ओमपाल सिंह जोन एक-2, सुशील कुमार जोन-ए 3 एवं खरखौदा क्षेत्र तैनात किया गया है। दूसरा जोनल अधिकारी विमल कुमार सोनकर को जोन-बी का जोनल अधिकारी बनाया गया है।
उनके साथ विवेक शर्मा को नोडल अधिकारी तैनात किया है, जबकि अवर अभियंता के रूप में वेद प्रकाश अवस्थी को जोन-ए-1, 2 तथा राकेश कुमार को जोन बी एवं जोन सरधना में तैनाती दी गई है। इसी जोन में देवेंद्र सिंह को जोन बी-में लगाया गया है। जोन-सी में जोनल अधिकारी अरुण शर्मा को बनाया गया है, जबकि उनके साथ नोडल अधिकारी सत प्रकाश वर्मा तैनात किए गए हैं।
जोन सी-1 में उमाशंकर जोन सी-2, सी-3 में महादेव शरण जोन सी-4 में सर्वेश गुप्ता की तैनाती की गई है। इसी तरह से जोन-डी का जोनल अधिकारी विपिन कुमार को बनाया गया है तथा नोडल अधिकारी नीरज कुमार को तैनात किया है, जबकि जोन डी में नरेश शर्मा को तैनात किया है। जोन डी-3 में संजय वशिष्ट और जोन डी में धीरज सिंह की तैनाती की गई है। इन सभी इंजीनियर का जो कार्य क्षेत्र बदला है, शनिवार से ही प्रभावी रूप से लागू कर दिया गया है। अब इंजीनियरों के लिए बड़ी चुनौती है कि क्या ये अवैध निर्माण को रोक पाएंगे या फिर पूर्व की भांति ही अवैध निर्माण चलता रहेगा।