- चौधरी चरण सिंह विवि में कुश्ती प्रतियोगिता देखने पहुंचे खेल प्रेमी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के खेल मैदान पर 23 अक्टूबर से चल रही 68वीं राष्ट्रीय विद्यालयी कुश्ती प्रतियोगिता अंडर-19 के बालिका वर्ग तीसरे दिन 53, 57, 62 और बालकों के 61, 70 व 79 किलोग्राम भारवर्ग की फ्रीस्टाइल बाउट हुई। विजेता खिलाड़ियों को मेरठ के क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी अतिरिक्त प्रभार के साथ संयुक्त रूप से मुख्य अतिथियों ने मेडल प्रदान करके सम्मानित किया। इस दौरान यूपी, हिमाचल, हरियाणा, राजस्थान महाराष्ट्र, दिल्ली आदि राज्यों के खिलाड़ियों ने दमखम के साथ मेडल की दावेदारी पेश की।
माध्यमिक शिक्षा विभाग के निर्देशन में हो रही कुश्ती प्रतियोगिता केतीसरे दिन बालिकाओं के वर्ग 53 किलो भार में तकनीकी आधार पर महाराष्ट्र की शिवानी कर्चे ने 11-0 से स्वर्ण, हरियाणा की दिव्या ने रजत पदक, दिल्ली की भावना बावल और उत्तर प्रदेश की माला यादव ने अंकों के आधार पर 9 अंकों से बढ़त बनाकर कांस्य पदक प्राप्त किया बालिका वर्ग 57 किलो भार में संजीवनी ढाणे ने स्वर्ण, हिमाचल प्रदेश की हर सीता ने रजत, उत्तर प्रदेश की अनु यादव ने तथा हरियाणा की तन्नु जितेंद्र ने कांस्य पदक प्राप्त किया।
बालिका वर्ग 62 किलो भार में महाराष्ट्र की अपेक्षा पाटिल ने स्वर्ण तथा हरियाणा की जानवी बलजीत ने रजत , पंजाब की असप्रीत कौर और राजस्थान की युक्ति कुमार ने कांस्य पदक प्राप्त किया। बालक वर्ग में 61 किलोग्राम भार में हरियाणा के साहिल हुड्डा ने स्वर्ण, दिल्ली के मोहित कुमार ने सिल्वर, राजस्थान के योगेश गुर्जर और उत्तर प्रदेश के सुंदरम यादव ने कांस्य पदक प्राप्त किया। बालक वर्ग 70 किलो भार में हरियाणा के अंश कुमार ने स्वर्ण, महाराष्ट्र के सुमित कुमार ने रजत, उत्तर प्रदेश के हिमांशु एवं दिल्ली के रिंकू हथवाला ने कांस्य पदक प्राप्त किया।
बालक वर्ग 79 किलो भार में हरियाणा के अंकित छौक्कर ने तकनीकी आधार पर 13-0 से स्वर्ण, दिल्ली के अनुज सिंह ने रजत पदक प्राप्त किया। इसी प्रकार महाराष्ट्र के पृथ्वीराज बोंके ने 10-0 से कांस्य पदक तथा उत्तर प्रदेश के सौरभ यादव ने अंकों के आधार पर 6-0 से कांस्य पदक प्राप्त किया। पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कैंट के विधायक अमित अग्रवाल एवं विशिष्ट अतिथि अर्जुन अवार्डी अलका तोमर का संयुक्त शिक्षा निदेशक ओंकार शुक्ल, उप शिक्षा निदेशक माध्यमिक शिक्षा ज्योति प्रसाद, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश कुमार, सहजिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. पारुल वर्मा, कृष्ण कुमार, डॉ. सुशील कुमार, डॉ. मेघराज सिंह द्वारा अंग वस्त्र तथा माला द्वारा स्वागत सम्मान किया गया।
शुक्रवार के कार्यक्रम में आॅब्जर्वर समीर देव वर्मा, तकनीकी निदेशक राम आशीष, आॅफिशियल डेलीगेट सुरेश उपाध्याय, जूहरी में रामशरण यादव, यशवंत सिंह, जयप्रकाश एवं रवि, कोच जबर सिंह सोम, महाखेल से दिनेश कल स्वापिल, गणेश यादव, विशाल राठौर, दीपक, कार्यक्रम के सफल संचालन में सुषमा यादव, डॉ. नीरा तोमर, डॉ. गौरव पाठक, प्रशांत चौधरी, डॉ. नीलम, अनिल कुमार, डॉ. अंशु श्रीवास्तव, डॉ. नारायण शरण, रेनू आदि का विशेष सहयोग रहा।
क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी ने बढ़ाया खिलाड़ियों का हौसला
आयोजन के दौरान कुश्ती एरिना पहुंचे नवनियुक्त क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी अतिरिक्त प्रभार अनिमेष सक्सेना ने विजेता खिलाड़ियों को मेडल प्रदान करके उनका हौसला बढ़ाया। कहा कि यह ग्रासरूट लेवल पर खिलाड़ियों का सबसे बेहतर मंच है। सबसे अच्छी बात यह है कि यह आयोजन मेरठ की धरती पर हो रहा है।
आंध्रा और छत्तीसगढ़ की टीमों ने किया सरधना चर्च का भ्रमण
आंध्रा और छत्तीसगढ़ राज्यों की टीमोें ने अपने कोच और आयोजन करा रहे माध्यमिक शिक्षा विभाग के द्वारा नियुक्त अधिकारियोें के साथ सरधना के ऐतिहासिक चर्च का भ्रमण किया। उन्होेंनें इस ऐतिहासिक विरासत की खूबसूरती के बारे में कहा कि यह एक सुखद संयोग है कि वह मेरठ की क्रांतिधरा पर हैं और यहां से उन्हे वह सब मिल रहा है, जिसकी उन्हें तलाश थी।
पूर्व एथलीट ने साझा किये अनुभव
कुश्ती प्रतियोगिता देखने आये पूर्व एथलीट मूलचंद ने अपने अनुभव साझा किये और कहा कि उन्होंने 1968 से 1970 तक लगातार तीन साल तक 10 हजार मीटर की रेस में प्रतिभाग किया है। बताया कि वह सेना में रहे और सर्विसेज की ओर से खेलते थे। जाने माने धावक पान सिंह तोमर के समय में वह टीम का हिस्सा रहे थे। उन्होंने मौजूदा समय में तेजी से सफलता की सीढ़ी चढ़ने के लिये डोपिंग का सहारा लेने वाले खिलाड़ियों को चेताते हुए कहा कि वह केवल मेडल पाने के लिये अपने शरीर और सेहत से खिलवाड़ न करें। कहा कि धैर्य और परिश्रम ही सफलता की असली कुंजी है।
कुश्ती कोच कुलविंदर ने की रेफरशिप
बाउट के दौरान स्टेडियम के कुश्ती कोच कुलविंदर सिंह ने रेफरी की भूमिका निभाई। इस दौरान उनके चाचा और जाने माने खिलाड़ी बिजेंद्र पहलवान ने कोच जबर सिंह सोम के साथ दर्शक दीर्घा में मौजूद रहे। उन्होंने खेल की बेहतरी के लिये मेरठ में किये जा रहे प्रयासों की प्रसंशा की।