- यातायात व्यवस्था और सुरक्षा में जुटे हजारों सेवादार
- बाबा ने संगत को खुली कर मे दर्शन देकर किया निहाल
- कल बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लो अपने वचनों से संगत को करेगे निहाल
जनवाणी संवाददाता |
सहारनपुर: पिलखनी स्थित राधास्वामी सत्संग ब्यास के मेजर सेंटर पर आयोजित दो दिवसीय सत्संग के पहले दिन ही संगत का सैलाब उमड़ पड़ा। पहले दिन करीब पांच लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे थे।
दो दिवसीय सत्संग कार्यक्रम के पहले दिन ही चार लाख लोगों के के बैठने की व्यवस्था वाला सत्संग का पंडाल खच्चा खच भरा था। कही भी बैठने की जगह नहीं बची थी बल्कि लाखों श्रद्धालुओं को पंडाल से बाहर बैठकर सत्संग सुनना पड़ा। सबसे खास बात यह थी कि करीब दो घंटे तक चले कार्यक्रम में पूरा सत्संग पंडाल पिन ड्रॉप साइलेंट रहा।
सत्संग कार्यक्रम के दौरान सवाल जवाब सत्र में बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लो ने श्रद्धालुओं की शंकाओं का समाधान करते हुए जीवन में आने वाले दुखों के कारण और उनसे निपटने के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि इस जन्म में आने वाले दुख हमारे पूर्व जन्म के कर्मों का फल है। बाबा जी ने कहा कि भजन सिमरन ही ऐसी एक युक्ति है जो बड़े से बड़े कष्टों को सहन करने या उनसे बचने की ताकत देता है। बाबा ने कहा यह जीवन हमे प्रभु परमात्मा की भक्ति के लिए मिला ताकि हम 84 के बंधनो से मुक्त हो सके और हमे फिर से यहां न आना पड़े। एक सवाल के जवाब में बाबा ने कहा असली रिश्ता आत्मा का परमात्मा से है इसलिए हमे दुनियावी रिश्तों को ज्यादा तरजीह नही देनी चाहिए।
सत्संग कार्यक्रम में सैंकड़ों की संख्या में राजनीतिक, सामाजिक , बुद्धिजीवी और गणमान्यों ने भी भागीदारी की।
कार्यक्रम के पश्चात श्रद्धालुओं ने लंगर भोजन भी ग्रहण किया। पिलखनी स्थित राधास्वामी सत्संग ब्यास के मेजर सेंटर पर सत्संग पंडाल में बैठने की सर्वोत्तम व्यवस्था, पेयजल, लंगर भोजन, अलावा पार्किंग की व्यापक स्तर पर व्यवस्था की गई थी।