- न्यू ट्रांसपोर्टनगर का मामला: मौके पर बन रही अवैध कॉलोनियां
- ये हाल है जिस जमीन की एडीएम (एलए) कर चुका है धारा (6) की कार्रवाई
- बड़ा सवाल: क्या न्यू ट्रांसपोर्टनगर की फाइल फिर से होगी बंद?
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: महायोजना 2021 में न्यू ट्रांसपोर्ट नगर पांचली में प्रस्तावित किया गया था। अब महायोजना 2031 की प्लानिंग चल रही है। कहां क्या होगा? उसको लेकर प्लानिंग की गई है और आपत्तियां भी आ रही है ।2021 महायोजना में न्यू ट्रांसपोर्ट नगर को बन जाना चाहिए था, लेकिन धरातल पर कोई काम नहीं हुआ। सिर्फ और सिर्फ प्लानिंग कागजों पर बनी और कागजों पर ही खत्म हो गई।
महायोजना बन तो रही है, लेकिन कागजों पर धरातल पर महायोजना में कैसा काम हो रहा है? उसका एक नमूना है न्यू ट्रांसपोर्ट नगर के लिए चयनित की गई जमीन और उसमें अवैध बिल्डिंग बन गई। कमिश्नर सुरेंद्र सिंह न्यू ट्रांसपोर्ट नगर की प्लानिंग कर रहे हैं और समीक्षा भी कर रहे हैं, वही धरातल पर न्यू ट्रांसपोर्ट नगर जिस जमीन पर विकसित किया जाना था वहां पर अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही है।
आखिर इस तरह से कैसे न्यू ट्रांसपोर्ट नगर शहर से बाहर शिफ्ट हो पाएगा। पहले ही ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के नेताओं ने विरोध कर दिया था कि पांचली में बनने वाला न्यू ट्रांसपोर्ट नगर की जमीन काफी महंगी होगी, लेकिन विरोध के चलते मेरठ विकास प्राधिकरण ने न्यू ट्रांसपोर्ट नगर की फाइल को बंद कर दिया था। फिलहाल कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने नए सिरे से न्यू ट्रांसपोर्ट नगर की फाइल को फिर से खोल दिया है।
कमिश्नर ने कहा है कि जब जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया के तहत धारा (6) की कार्रवाई हो चुकी है तो फिर पांचली में ही न्यू ट्रांसपोर्ट नगर विकसित किया जाएगा। इसकी पूरी प्लानिंग कमिश्नर के निर्देश पर की गई। महत्वपूर्ण बात यह है कि कमिश्नर सुरेंद्र सिंह न्यू ट्रांसपोर्ट नगर की प्रोग्रेस की प्रत्येक माह समीक्षा भी कर रहे हैं, लेकिन मौके पर जिस जमीन को चिन्हित मेरठ विकास प्राधिकरण ने अधिग्रहण करने के लिए किया था, उस जमीन पर अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही है।
विद्या ग्लोबल कॉलेज की दीवार से सटकर और फ्रेट कॉरिडोर के ट्रैक के पास तक जमीन का अधिग्रहण न्यू ट्रांसपोर्ट नगर के लिए सरकारी दस्तावेजों में किया जा रहा था, लेकिन वर्तमान में यहां पर तीन मंजिली इमारत बनकर तैयार हो गई है। इस बीच में मेरठ विकास प्राधिकरण के इंजीनियर भी कई बदल गए , लेकिन किसी ने भी बिल्डिंग के निर्माण को नहीं रोका। यही वजह है कि वर्तमान में पांचली में जिस स्थान पर न्यू ट्रांसपोर्ट नगर को चिन्हित किया गया था, वहा पर न्यू ट्रांसपोर्ट नगर विकसित होना मुश्किल हो जाएगा।
क्योंकि जगह जगह जमीन में प्लाटिंग की जा रही है। बिल्डिंग बनाई जा रही हैं। सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। इस तरह से न्यू ट्रांसपोर्ट नगर सिर्फ फाइलों में ही चलता रहेगा। धरातल पर न्यू ट्रांसपोर्ट नगर योजना शायद ही उतर पाए। उधर, मेरठ विकास प्राधिकरण के सरकारी दस्तावेजों में न्यू ट्रांसपोर्ट नगर की पांचली स्थित जमीन की अधिग्रहण प्रक्रिया के तहत धारा (6) की कार्रवाई एडीएम (एलए) द्वारा की जा चुकी थी।
उसके बाद मेरठ विकास प्राधिकरण आगे क्यों नहीं बढ़ पाया? यह बड़ा सवाल है। शहर में चल रहे ट्रांसपोर्ट नगर से भारी वाहनों का आवागमन होता है, जिसके चलते हर रोज बागपत रोड व शहर जाम से जूझता रहता है। जाम से लोगों को मुक्ति मिले, इसी वजह से न्यू ट्रांसपोर्ट नगर पांचली में विकसित करने का प्लान बना था, जो प्लान अब धड़ाम हो गया हैं। क्योंकि अवैध निर्माणों को जब एमडीए के इंजीनियर ही बनवा रहे है तो उनका ध्वस्तीकरण तो होगा नहीं, न्यू ट्रांसपोर्ट नगर की फाइल ही फिर से बंद कर दी जाएगी।