- मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने की तैयारियां
- जनजागरूकता व सतर्कता बेहतर उपाय
वरिष्ठ संवाददाता |
सहारनपुर: कोविड-19 से लड़ रहे स्वास्थ्य विभाग ने अब डेंगू और मलेरिया के प्रति सतर्क हो गया है। बरसात में मच्छरों का प्रकोप बहुत तेजी से बढ़ रहा है। इसके कारण बहुत सी वेक्टर जनित जानलेवा बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ जाता है। इन बीमारियों से बचने के लिए जन जागरूकता एवं सतर्कता बरतना ही एक बेहतर उपाय है।
जिला मलेरिया अधिकारी डा. शिवांका गौड़ ने बताया स्वास्थ्य विभाग ने अपने स्तर पर जनपद में मलेरिया, डेंगू व मच्छर जनित अन्य बीमारियों को रोकने के लिए जन जागरूकता का कार्य शुरू किया है। जन जागरूकता के माध्यम से ही खुद को व अपने परिवार को सुरक्षित रखा जा सकता है।
इस जन जागरूकता के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जनपद में रेपिड रेस्पोंस टीमों को तैनात किया है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समित के सदस्य जन समुदाय में जन जागरूकता का कार्य कर रहे हैं। वहीं आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से घर घर जाकर जन जागरूकता के माध्यम से बदलते मौसम और मच्छरों से बचाव और साफ सफाई के बारे में जानकारी दी जा रही है।
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया इसके लिए आशा कार्यकर्ताओं को अलग से प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है। शहरी क्षेत्र के लिए गठित की गयी टीमों ने वार्ड और मोहल्लों में जाकर जनजागरूकता के साथ ही दवा का छिड़काव करना शुरू कर दिया है। इससे डेंगू और मलेरिया जैसी घातक बीमारियों को फैलने से रोका जा सके।
उन्होंने बताया अभी तक जनपद में जाँच के दौरान मलेरिया के नौ मामले प्रकाश में आये हैं। उन्होंने बताया कोविड-19 के चलते लोगों का ध्यान अन्य बीमारियों को लेकर उतना नहीं है जितना होना चाहिए। बारिश में मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों को फैलने से रोका जा सके।
वेक्टर जनित सभी बीमारियाँ मच्छरों के काटने से फैलती हैं। इन बीमारियों से बचने के लिए मच्छरों से बचाव करना बहुत जरूरी है। इसके लिए अपने घर के आस पास जल भराव न होने दें, झाड़ियों और नालियों को साफ सुथरा रखें, आसपास रुके हुए पानी में जला हुआ मोबिलआयल या मिट्टी का तेल डालकर लार्वा को नष्ट करें, घर के दरवाजे और खिड़की पर मच्छर रोधक जाली लगायें और सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें, पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें, कूलर, फ्रिज, ए.सी को साप्ताहिक रूप से साफ करें, अपने घर की छत पर टूटे फूटे बर्तन, पाइप टायर आदि न डालें, गमलों और फूलदानों को भी साफ स्वच्छ रखें।
उन्होंने बताया इस बीमारी में आम लोग यह नहीं समझ पाते है कि उन्हें मलेरिया हुआ या डेंगू या सामान्य बुखार है। मलेरिया का बुखार ठण्ड देकर आता है तो डेंगू में लगातार बुखार रहता है। इस तरह के कोई भी लक्षण होने पर तुरंत नजदीकी प्राथमिक या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सक से परामर्श लेकर मलेरिया और डेंगू की जाँच करनी चाहिए। जनपद के सभी प्राथमिक या सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर मलेरिया और डेंगू की जाँच निशुल्क की जाती है।