नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। बॉलीवुड अभिनेता आयुष्मान खुराना अपनी एक्टिंग के साथ साथ एक बेहतरीन सिंगर भी है। इनकी गायकी लोगों को बेहद पंसद आती है। वहीं, अभिनेता की फिल्में भी बहुत रोमांचित होती है। जिन्हें फैंस बड़े उत्साह के साथ देखते हैं। वहीं, अब हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम ने वर्ल्ड कप ट्रॉफी जीती। टीम की जीत पर आयुष्मान ने अपने शायराना अंदाज में टीम को बधाई दी। इस वीडियो को अभीतक 20 मिलियन से भी ज्यादा यूजर्स देख चुके हैं।
आयुष्मान ने बेहद खास अंदाज में दी बधाई
भारतीय क्रिकेट टीम के वर्ल्ड कप ट्रॉफी जीतने के बाद, हर एक क्रिकेट फैन क्रिकेटर्स को दिल से बधाई दे रहा है। क्रिकेट का लगभग हर मैच देखने वाले आयुष्मान खुराना ने इस बार भारत की जीत को खास अंदाज में सेलिब्रेट किया था और अपनी टीम को एक कविता के साथ ट्रिब्यूट दिया था। उनका यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो को अबतक 20 मिलियन से ज्यादा यूजर्स देख चुके हैं।
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कविता में क्या बोले आयुष्मान?
अपनी इस कविता को लेकर आयुष्मान ने कहा, ”जिस रात भारत ने टी 20 वर्ल्ड कप जीता, उस रात में काफी देर तक नहीं सो पाया था। यह मुझे व्यक्तिगत लगा क्योंकि मुझे लगता कि हमारे दिल की धड़कन पूरी तरह से भारत के लिए धड़कती है और यह काफी सालों बाद हुआ है। जब मैं दूसरे दिन उठा, तो मैं भारतीय क्रिकेट टीम के लिए कुछ लिखना चाहता था, उनके दृढ़ निश्चय और उनकी क्षमता के लिए, जिन्होंने हमारे भारत को गौरव प्रदान किया है।”
आगे आयुष्मान ने लिखा, ”मैंने जब टीम इंडिया के लिए यह कविता लिखी तो यह सीधे दिल से आई और मुझे बेहद खुशी है कि मैं इसके जरिए भारत के कई लोगों से जुड़ सका और उन्हें प्रभावित कर सका। हम सभी इस जीत के लिए एक साथ थे और हम सभी ने इसे महसूस भी किया।”
आगे आयुष्मान ने कहा, ”जिस तरह से हमारी फिल्म इंडस्ट्री है, क्रिकेट भी हर धर्म में प्रसिद्ध है। क्रिकेट भारत में परिवर्तन का एक सच्चा उदाहरण है। ये जीत उस परिवर्तन का भी जश्न है, जब भारत ने विश्व कप जीता तो ऐसा महसूस हुआ कि यह इस दुनिया से परे है।”
आयुष्मान ने वीडियो साझा करके सुनाई थी यह खास कविता, ”सेमी फाइनल में कोहली के मुंह से जब निकला था बेन स्टोक्स, तब तो आलोचको ने लगा दिए थे सारे चोक्स, इस फाइनल में दिखाई दिया कोहली ने अपना विराट रूप, समझो प्यारे, इतना ही तो है जीवन, छांव और धूप।
पंड्या को भी पिछले कुछ महीने में बहुत कुछ कहा-सुनाया, लेकिन फाइनल में उसी ने तो जलवा दिखाया है। और मूछें हों तो हार्दिक जैसी हों, वर्ना न हों, और बॉलिंग हो तो फिर बुमराह जैसी हो वर्ना न हो, और अक्सर, मैं और मेरी तन्हाई अक्सर ये बातें करती हैं कि अगर मेरा कैच न पकड़ा गया होता तो क्या होता, होता है ब्रो होता है, मैच में सबका साथ होता है।”