- हरियाली तीज हो या फिर रक्षाबंधन, रिश्तों में मिठास घोल देगा मेरठी चॉकलेट घेवर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सावन का महीना अपने आपमें हर तरह से विशेष है। श्रावण मास की शुरुआत जहां एक तरफ भगवान आशुतोष के जलाभिषेक के साथ होती है। वहीं, शिवरात्रि के तुरंत बाद हरियाली तीज व रक्षाबंधन के त्योहार के साथ माह का समापन होता है। सात अगस्त को हरियाली तीज का त्योहार है। आचार्य विवेकनन्द बताते है कि हरियाली तीज को करवाचौथ के समान ही माना जाता है। इसमें विवाहिता पति की लंबी आयु के लिये व्रत रखती है और अविवाहिता सुयोग्य वर की प्राप्ति के लिए व्रत करती है। जिसके बाद भगवान शिव और मां पार्वती को घेवर का भोग लगाया जाता है।
इस त्योहार में नवविवाहिताओं, माताओं, बहनों और बेटियों को उनके मायके से सिंधरा भेजा जाता है। जिसमें सुहागन का 16 शृंगार जिसमें बिंदी, चूड़ा, मेहंदी, सिंदूर आदि तथा मिठाइयां शामिल होती है। इसको देखते हुए बाजार भी पूरी तरह से सजकर तैयार हो चुके हैं। मिष्ठानों की खुशबू से ग्राहक आकर्षित हो रहे हैं। लोगों की पसंद को देखते हुए घेवरों की कई वैरायटी तैयार की जा रही है। जिसमें सादा घेवर, मलाई घेवर, केसर मलाई घेवर, चॉकलेट घेवर, पिस्ता घेवर, मलाई घेवर उपलब्ध हैं।
केसर, चॉकलेट घेवर की डिमांड बढ़ी
बुढ़ाना गेट स्थित संदीप रेवड़ी के मालिक संदीप बताते हैं कि हर साल की तरह इस बार भी केसर मलाई घेवर की डिमांड सबसे ज्यादा है। इसके साथ ही बच्चों के लिए विशेष तौर पर चॉकलेट घेवर तैयार किया जा रहे हैं। इसके साथ ही मिनी घेवर को लोग बहुत ज्यादा पसंद कर रहे हैं। इसके साथ मिष्ठान में फैनी, बर्फी, लड्डू, गुंजिया की खूब बिक्री हो रही है। साथ ही नमकीन में फिकी, अजवाइन व मेथी की मठरी दाल समोसा, ड्राई समोसा आदि की मांग है।