- गांव के बाहर लहूलुहान पड़ा मिला शव
जनवाणी संवाददाता |
फलावदा: खाता गांव के बाहरी छोर पर स्थित तालाब के समीप अज्ञात हमलावरों ने श्रमिक की निर्मम हत्या कर दी।घटना से इलाके में सनसनी फैल गई। मौके पर पहुंची पुलिस को शव कब्जे में लेने को लेकर ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ा।
हंगामा के दौरान भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे एसडीएम तथा सीओ मवाना ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत किया तथा शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। घटना के संबंध में अज्ञात हत्यारों के खिलाफ मृतक के पुत्र द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
जानकारी के मुताबिक थाना क्षेत्र के गांव खाता निवासी करीब 52 वर्षीय मदन पुत्र राम सिंह मेरठ में राजमिस्त्री का काम कर रहा था। वह शाम को मेरठ से घर पहुंचने के बजाय लापता हो गया।सवेरे शौच के लिए निकले ग्रामीणों ने उसका लहूलुहान शव तालाब के किनारे पड़ा देखा। बताया गया है कि अज्ञात लोगों ने उसकी ईंट के प्रहार से निर्मम हत्या कर दी।
मौके पर पड़े मदन के शव के दोनों हाथ बंधे हुए थे तथा उसके गले पर भी निशान पाए गए हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि मदन की गला दबाकर हत्या करने के बाद उसकी मौत सुनिश्चित करने के लिए ईट से उसके चेहरे पर प्रहार किया गया है। गांव के पूर्व प्रधान द्वारा पुलिस को सूचना दिए जाने पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई।
थाना प्रभारी शिववीर सिंह भदोरिया द्वारा जैसे ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कार्रवाई की गई, ग्रामीण उग्र हो उठे। उन्होंने पुलिस का विरोध करना शुरू कर दिया। मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए। ग्रामीणों द्वारा पुलिस का घेराव किया गया तथा जमकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की गई।
पुलिस पर ग्रामीणों द्वारा गंभीर आरोप लगाए गए। ग्रामीणों की मांग पर एसडीएम व सीओ को मौके पर बुलाया गया। दोनों अफसरों ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत किया। करीब चार घंटे बाद मौके से शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा सका।
घटना के संबंध में मृतक के पुत्र विपिन द्वारा अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया है।पुलिस द्वारा घटना की जांच की जा रही है। मामले की तह तक पहुंचने के लिए सीओ उदय प्रताप सिंह के निर्देशन में सुरागरसी कराई जा रही है।
एसपी देहात ने दिए केस वर्कआउट करने के निर्देश फलावदा: एसपी देहात केशव कुमार ने थाने पहुंचकर घटना की जानकारी ली। उन्होंने थाना प्रभारी को केसवर्क आउट करने के कड़े निर्देश दिए हैं। एसपी देहात केशव कुमार ने खाता में हुई हत्या के बाद थाने पहुंचकर थाना प्रभारी से घटना की जानकारी ली तथा अविलंब केस वर्कआउट करने के कड़े निर्देश दिए हैं। एसपी देहात ने बताया कि पुलिस टीम गठित कर दी गई है। शीघ्र ही वारदात से पर्दा उठ जाएगा। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। |
अफसरों के सामने एसओ से हाथापाई का प्रयास फलावदा: मौके पर शव का पंचनामा भरने के बजाय शव उठाकर लेे जाने से ग्रामीण एसओ के खिलाफ उग्र हो उठे। ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाते हुए अफसरों के सामने ही थानाध्यक्ष से हाथापाई का प्रयास किया। मशक्कत के बाद मामला शांत हुआ। बुधवार को खाता में हुई हत्या की वारदात की सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष शिववीर भदोरिया ने मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को विश्वास में लिए बगैर ही शव को कब्जे में लेकर घटनास्थल से हटाने का प्रयास किया। थाना प्रभारी के रवैया को लेकर ग्रामीण भड़क उठे। ग्रामीणों ने हंगामा खड़ा कर दिया। अफसरों के आगे ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि थाना प्रभारी ने बिना किसी पूछताछ व जांच किए मृतक को चोर करार दे दिया। उन्होंने पीड़ित परिवार के साथ अभद्रता की। इसी बात से आहत होकर ग्रामीणों ने पुलिस का घेराव करते हुए शव उठने नहीं दिया। जब मौके पर एसडीएम तथा सीओ पहुंच गए तो ग्रामीणों ने पुलिस पर तमाम आरोप लगाते हुए थाना अध्यक्ष के साथ हाथापाई का प्रयास तक कर डाला। हालांकि एसडीएम व सीओ तथा गांव के कुछ संभ्रांत लोगों के हस्तक्षेप के चलते मामला शांत हुआ। ग्रामीणों के जबरदस्त आक्रोश के मद्देनजर थाना प्रभारी को घटना स्थल से अलग होना पड़ा।माना जा रहा है कि पहली बार थाने का चार्ज ग्रहण करने वाले थाना अध्यक्ष शिव वीर भदोरिया की अनुभवहीनता के कारण मौके पर बड़ा बवाल होने से बच गया। पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर उग्र ग्रामीणों ने अफसरों से पुलिस के खिलाफ तमाम शिकायतें रखी।इस बाबत मृतक के पुत्र मिंटू ने एसडीएम को प्रार्थना पत्र भी दिया, जिसमें थाना प्रभारी पर पीड़ित परिवार संग अभद्रता करने का आरोप लगाया तथा 50 लाख रुपए के मुआवजे व एक सरकारी नौकरी की मांग की। अफसरों ने मौके की नजाकत को देखते हुए ग्रामीणों की हां में हां मिलाकर अपना पीछा छुड़ाया तथा शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। |
शराबी साथियों ने गैर इरादतन तो नहीं ली मदन की जान
फलावदा:खाता के श्रमिक मदन की हत्या ने पुलिस को उलझा कर रख दिया है।मृतक के गले पर निशान व चेहरे पर ईंट के प्रहार हैवानियत की कहानी बयां करते हुए सवाल उठा रहे हैं कि घटना को इरादातन या गैर इरादतन अंजाम दिया गया है ? यह जांच का विषय है।
घाटा गांव के दलित श्रमिक मदन की हत्या को लेकर पुलिस पाशोपोस में है।घटना को लेकर तमाम कयास लगाए जा रहे हैं। बताया गया है कि मदन सरल स्वभाव का सीधा साधा व्यक्ति था। वह शराब पीने का शौकीन था,हालांकि कुछ दिन शराब छोड़ने के बाद वह फिर से शौक करने लगा।कयास लगाए जा रहे हैं कि बीती शाम वह शराबी दोस्तों के साथ तालाब के किनारे पर मौजूद रहा होगा। मयकशी के दौरान हुए विवाद में मामला उग्र होने पर उसकी जान गई है। ऐसी चर्चाएं हो रही है। इन कयासों के मुताबिक यह घटना गैर इरादतन हत्या हो सकती है। बहरहाल यह जांच का विषय है।फिलहाल पुलिस इस बिंदु पर जांच कर रही है।बताया गया है कि मृतक की किसी से कोई रंजिश सामने नहीं आई है। पुलिस के पास फिलहाल कोई क्लू नहीं है।पुलिस मर्डर मिस्ट्री में उलझ कर रह गई है। घटना के कारणों फिलहाल कोई अंदाजा नहीं है।केसवर्क आउट होने पर ही मामला साफ हो पाएगा।