- एसपी सिटी और एसपी देहात से की बहस, आश्वासन पर शांत हुए
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: गंगानगर थानांतर्गत ईशापुरम निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता ओमकार सिंह के सुसाइड करने के आरापियों हस्तिनापुर विधायक दिनेश खटिक समेत ग्यारह नामजद लोगों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर वकीलों ने एसएसपी आफिस पर जमकर हंगामा किया और नारेबाजी की।
वकीलों ने एसएसपी की कुर्सी हटाकर वहां खड़े हो गए और एसपी सिटी और एसपी देहात को चूड़ियां तक दिखाई। वकीलों की अराजकता के कारण माहौल तनावपूर्ण हो गया। बाद में एसपी सिटी ने 30 मिनट तक हंगामे के बाद आरोपितों की गिरफ्तारी को 24 घंटे का समय देकर वकीलों को शांत किया गया।
शनिवार को गंगानगर के इशापुरम में वरिष्ठ अधिवक्ता ओंकार सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी पुलिस ने आत्महत्या के मामले में भाजपा विधायक दिनेश खटीक समेत 14 लोगों को नामजद किया था। जिसे लेकर सोमवार को बार एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीरसिंह के नेतृत्व में आम सभा आयोजित की गई।
उसके बाद वकील नारेबाजी करते हुए एसएसपी आॅफिस में घुस गए एसएसपी की गैरमौजूदगी में एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह और एसपी देहात केशव कुमार मौजूद थे। अधिवक्ताओं ने एसएसपी आॅफिस की कुर्सियां इधर-उधर फेंक दी एसएसपी की कुर्सी हटाकर खुद ही खड़े हो गए।
एसएसपी की मेज को भी चारों तरफ से घेर लिया गया। वकीलों ने करीब 30 मिनट तक विधायक मुदार्बाद और पुलिस हाय-हाय के नारे लगाए उसके बाद विधायक व अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी करने की मांग की एसपी देहात एसपी सिटी ने 24 घंटे में साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया उसके बाद ही अधिवक्ता वापस लौटे।
पुलिस को दिखाई चूड़ियां
अधिवक्ता एसएसपी आॅफिस पर अराजक तरीके से आंदोलन करते दिखे। आॅफिस के गेट पर लगे पुलिसकर्मियों को धक्का देकर अंदर बज गए उसके बाद मेज और कुर्सी भी अपने कब्जे में ले ली इतना ही नहीं मौके पर मौजूद एसपी देहात और एसपी सिटी को चूड़िया दिखाई गई।
वकीलों के हंगामे में पुलिसकर्मी खुद को असहाय महसूस करते रहे। एसपी ने वकीलों को शांत होकर बात सुनने को कहा तो वकीलों ने हंगामा करना शुरु कर दिया। एसएसपी आफिस में खड़े पुलिसकर्मी शांत होकर हंगामा देखते रहे। वकीलों ने विधायक के खिलाफ कार्यवाही को ही मुद्दा बनाया और कहा कि अगर पुलिस ने सत्ता पक्ष के विधायक के खिलाफ कार्यवाही नहीं की तो गंभीर आंदोलन किया जाएगा। वकीलों के प्रदर्शन के कारण पुलिस आफिस में आधा घंटे तक हंगामे की स्थिति बनी रही।