- गाड़ियां टोल टैक्स का भुगतान किए बगैर निकल सकेगी खबर का किया
- टोलवे अधिकारियों ने खंडन
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: हाल ही में टोल पर लगने वाले जाम से त्रस्त होने की समस्या को लेकर समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई खबर में एनएचआई ने ऐसा निर्देश जारी किया कि अगर टोल प्लाजा पर किसी वजह से 100 मीटर से अधिक लंबी लाइन लगती है तो सबसे आगे वाली गाड़ियां टोल टैक्स का भुगतान किए बगैर निकल सकेगी।
इस खबर का खंडन करते हुए गुरुवार को टोल प्रबंधक प्रदीप चौधरी ने कहा कि इस तरह का कोई भी आदेश एनएचएआई द्वारा अभी नही आया है। जब से फास्टैग की टोल प्लाजा पर प्रक्रिया शुरु हुई है। तब से 10 सेकेंड़ में गाड़ी निकल रही है। हालांकि अगर इस तरह का कोई आदेश एनएचएआई द्वारा आता है तो उस आदेश को तुरंत शुरु कराया जाएगा।
प्रदीप चौधरी ने बताया कि समाचार पत्रों में इस तरह के समाचार प्रकाशित हुए है कि टोल प्लाजा पर हर कतार में लगे टोल बैरियर से लेकर 100 मीटर पर एक पीली लाइन खीची जाएगी। टोल प्लाजा से निकलने का इंतजार कर रहे वाहनों की कतार किसी भी वक्त उस पीली लाइन के बाहर नही जाएगी।
अगर कतार उस लाइन से पीछे चली जाती है तो जब तक वह कतार उस पीली लाइन के अंदर नही चली जाती तब तक आने वाले वाहन बिना टोल टैक्स का भुगतान किए निकल जाएंगे। टोल प्लाजा को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा। प्रबंधक ने बताया कि इस तरह का कोई भी आदेश एनएचएआई द्वारा जारी नही किया गया है। यह सिर्फ समाचार पत्रों में ही प्रकाशित किया गया है। अगर इस तरह का कोई आदेश एनएचएआई द्वारा जारी किया जाएगा तो उसको अमल में लाया जाएगा।
किसानों के धरने से टोलवे कंपनी के अधिकारी आहत
भाकियू द्वारा किसान आंदोलन को लेकर टोल प्लाजा पर दिए गए धरने को लेकर टोलवे कंपनी के अधिकारी आहत दिखाई दिए। टोल प्रबंधक प्रदीप चौधरी का कहना है कि किसानों की लड़ाई सरकार से है। टोल प्लाजा का उनसे कोई लेना देना नहीं है, लेकिन किसान टोल पर ही धरना देते हैं। इससे अव्यवस्था हो जाती है। अक्सर किसान टोल को फ्री भी कर देते हैं। जो परेशानी में डाल देते हैं। उन्होंने मांग कि है कि किसान उनका सहयोग करें। टोल को सुचारु रूप से चलने दे।