- पोलैंड तक पहुंचने में हुई परेशानी, दूतावास ने की काफी मदद
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: रूस के लगातार हमलों से यूक्रेन में दहशत का माहौल है। ऐसे में यूक्रेन के शहरों में रह कर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे छात्र छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जब से भारत सरकार ने वहां फंसे लोगों को लाना शुरु किया है तब से परिवारों को सुकून मिलने लगा है।
केसरगंज में रहने वाले व्यवसायी अयाज सिद्दीकी की बेटी मुस्कान यूक्रेन के फुल्टावो मेडिकल कालेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। यूक्रेन के दूसरे बड़े शहर खारकीव में लगातार हो रहे हवाई हमलों और पड़ोस में फुल्टावो होने के कारण पूरा परिवार चिंताओं में डूबा अपनी बेटी से रोज बात कर रहा था। शुक्रवार को बेटी सुबह आठ बजे इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतर गई। बेटी को देखकर पूरा परिवार खुशी से झूम उठा और बेटी को गले लगा लिया।
केसरगंज में रहने वाले अयाज सिददीकी की बेटी मुस्कान चार महीने पहले यूक्रेन के फुल्टावो में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गई थी। मुस्कान ने बताया कि 26 फरवरी को जब यूक्रेन पर हमला तेज हो गया तो उसने पोलैंड के जरिये घर आने की सोची। पोलैंड तक जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ट्रैफिक जाम काफी बड़ी समस्या था। जिस वक्त हास्टल से निकली उस वक्त चार विस्फोट हुए थे।
मन घबरा रहा था। पापा और मम्मी से लगातार बात हो रही थी। पोलैंड में भारतीय दूतावास ने काफी मदद की। रुकने के लिये जगह उपलब्ध कराई और खाना पानी की व्यवस्था की। मुस्कान की मम्मी शाहबा बेसिक स्कूल में टीचर है। घर में भाई और बहन है। मुस्कान के घर आते ही पापा ने केक लाकर दिया और मिठाई खिलाई क्योंकि यूक्रेन में मिठाई नहीं मिलती है। मुस्कान के वापस आने पर रिश्तेदारों और दोस्तों ने आकर हालचाल पूछा।
यूक्रेन से लौटी राशिका के घर पहुंचे सांसद
मोदीपुरम: यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस कर रही पल्लवपुरम फेज-वन निवासी राजेश मोहन शर्मा एडवोकेट की बेटी राशिका शर्मा सकुशल यूक्रेन से अपने घर पहुंची। राशिका से हालचाल जानने के लिए सांसद राजेंद्र अग्रवाल शुक्रवार को उनके घर पहुंचे। सांसद ने राशिका शर्मा से वहां से लौटने के हालातों का जायजा लिया और सकुशल आने पर परिवार वालों ने सांसद का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारण आज हमारी बेटी परिवार में सकुशल लौट आई है। इसके लिए हम देश के प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हैं। इस अवसर पर विवेक रस्तोगी, रविश अग्रवाल, संजीव महेश्वरी, डॉली गुप्ता, कविता शर्मा, प्रवीण अरोड़ा, एडवोकेट महेंद्र प्रजापति, एडवोकेट रेखा शर्मा आदि मौजूद रहे।
यूक्रेन से घर पहुंची श्रुति मलिक
रूस यूक्रेन युद्ध के बीच पल्लवपुरम की इंद्रप्रस्थ कॉलोनी निवासी श्रुति मलिक भी फंस गई थी। श्रुति मलिक यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थी। शुक्रवार को यूक्रेन से वाया हंगरी अपने घर पहुंची छात्रा ने बताया कि युद्ध के दौरान यूक्रेन में हजारों की संख्या में मेडिकल की शिक्षा ले रहे भारत निवासी साथ फंस गए हैं। छात्रों ने भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वहां से निकालने की गुहार लगाई थी। जिसके बाद भारत सरकार ने उन्हें वहां से निकालने का कार्य शुरू किया।
छात्रों ने बताया कि यूक्रेन में युद्ध के दौरान वह कई दिनों तक भूखे प्यासे भी रहे और किसी तरह वहां से निकल पाए। शुक्रवार को छात्रा के घर पहुंचे भाजपा सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने उनके परिजनों से मुलाकात की ओर हाल-चाल जाना। इस दौरान छात्रा के पिता वरिष्ठ प्रबंधक एलआईसी राजेश मलिक ने भारत सरकार की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हार्दिक धन्यवाद आभार व्यक्त किया। छात्रा ने कहा कि यदि भारत सरकार प्रयास नहीं करती तो वह वहां से नहीं निकल पाते। उन्होंने नरेंद्र मोदी से यूके में फंसे अन्य छात्रों को भी निकालने की गुहार लगाई। जिस पर भाजपा नेताओं ने यूक्रेन में फंसे छात्रों की हर संभव मदद करने और उन्हें हर हाल में वहां से निकालने का आश्वासन दिया।
सेना के विमान से वतन लौटा फलावदा का शान मौहम्मद
फलावदा: कस्बे के मोहल्ला बंजारान निवासी हाजी जरीफुद्दीन का पुत्र शान मौहम्मद भी सेना के विमान से अपने वतन लौट आया। शान मौहम्मद यूक्रेन की मेडिकल यूनिवर्सिटी पोल्टावा मे पिछले चार साल से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था। उसकी अभी एक वर्ष की पढ़ाई शेष है। यूक्रेन में हालत खराब होने के चलते वह भी हिंदुस्तान लौटने की जुस्तजू में था। हालांकि वह यूक्रेन के सुरक्षित इलाके में था, लेकिन युद्ध में हालात बेहद खराब होने के कारण परिवार के लोग दुखी थे। वे बराबर शान से संपर्क करके उसकी कुशलता पूछ रहे थे।
यूक्रेन में भारतीय छात्रों की वापसी का सिलसिला शुरू हुआ तो शान भी रोमानिया पहुंच गया। रोमानिया कई दिन इंतजार के बाद वतन वापसी का नंबर आया। शुक्रवार को वह फलावदा पहुंचा। बताया कि रोमानिया से छात्रों के लिए सेना का जहाज पहुंचा तथा सेना का विमान उन्हें लेकर गाजियाबाद हिंडन एयरबेस पहुंचा। शान की घर वापसी से परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई। फलावदा के डा. सुरेश विश्वास का पुत्र शंकर विश्वास भी यूक्रेन से कई दिन मशक्कत के बाद गत दिवस लौटा है। वह भी एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था। फलावदा के दोनों छात्र से कुशल घर वापस लौट आए हैं।
शाहजहांपुर के छात्र बुखारेस्ट के एयरपोर्ट से भारत रवाना, खिले चेहरे
माछरा: यूके्रन पर रूसी हमले के बाद एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे छात्रों पर वहां से निकलने और अपने देश पहुंचने के लिए बेताब है। यूके्रन में हुई छात्र की मौत के बाद छात्रों के परिजनों में बेचैनी बढ़ गई हैं और वह अपने बच्चे के घर आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
घर के लोग आंखें बिछाए बैठे हुए हैं। इसी बीच शाहजहांपुर के दो छात्र अब रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट के होटल में ठहरे थे। लगभग 3:30 बजे वह बुखारेस्ट एयरपोर्ट से राजस्थान के लिए रवाना हो गए हैं। यूके्रन से रोमानिया पहुंचे शाहजहांपुर के दो छात्र अहमद नवाज खान और फाइज बुखारेस्ट के होटल से एयरपोर्ट पहुंचे और आज लगभग 3:30 के करीब मिशन गंगा के तहत शुक्रवार को एयरफोर्स के हवाई जहाज में सवार होकर भारत के लिए बैठ गए हैं। शाहजहांपुर के बच्चों के ग्रुप के साथ अन्य जगहों के बच्चे भी हैं उन्होंने बताया कि बच्चे अलग अलग ग्रुप में बट गए हैं। कुछ बच्चे कैंप में रुके हुए हैं कुछ बच्चों को स्कूल कॉलेज में रोका गया है।