- मिलते-जुलते लक्षण वालों को किया जाएगा जांच के लिए रेफर
जनवाणी संवाददाता |
सहारनपुर: सरकार की मंशा है कि देश को वर्ष 2025 तक क्षय रोग मुक्त कर लिया जाए। इसके लिए हर संभव कोशिश जारी है। इसी क्रम में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत इसी माह से विभिन्न गतिविधियों पर ध्यान दिया जा रहा है। खास तौर पर टीबी मरीजों को गोद लेने वालों को चिन्हित कर निक्षय पोर्टल पर अनिवार्य रूप से पंजीकरण किया जा रहा। जनपद में अब तक 56 स्वयं सेवी संस्था, सामाजिक संगठन व व्यक्तिगत रूप से गोद लेने वालों को पंजीकृत किया जा चुका है। अब इनको निक्षय मित्र के रूप में जाना जायेगा।
जिला क्षय रोग अधिकारी रणधीर सिंह ने बताया – टीबी उन्नमूलन कार्यक्रम के तहत सहारनपुर में 900 से अधिक टीबी मरीजों को गोद लिया जा चुका है। इस नई पहल से अब और सभी लोग आगे आयेंगे और टीबी मरीजों को गोद लेकर उनको पोषक आहार मुहैया कराने के साथ ही भावनात्मक संबल भी देंगे, ताकि वह जल्द स्वस्थ हो सकें। उन्होंने बताया -इसके तहत 56 पंजीकरण किये जा चुके हैं। इस बारे में स्वास्थ्य निदेशालय की ओर से प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारी व संबंधित अन्य अधिकारियों को पत्र जारी कर आवश्यक दिशा निर्देश पहले से ही प्रदान कर दिये गये हैं। मसलन, क्षय रोगियों का नोटिफिकेशन बढ़ाने के लिए अब सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में आने वाले कुल मरीजों में से माहवार पांच फीसद मिलते-जुलते लक्षण वाले मरीजों को टीबी की जांच के लिए रेफर किया जायेगा।
डा. रणधीर के मुताबिक, कम्युनिटी हेल्थ आफिसर को टीबी की स्क्रीनिंग और उपचार सेवाओं में सक्रिय भागीदारी निभाने के लिए प्रशिक्षित किया जायेगा। क्रमवार आयोजित होने वाले मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले में निश्चित रूप से टीबी का स्टाल लगाया जायेगा। इसके माध्यम से मेले में आने वालों को टीबी के लक्ष्ण दो हफ्ते से अधिक समय से खांसी व बुखार बना रहना,खांसी के साथ बलगम में खून आना,रात में पसीना आना,वजन गिरनाआदि के बारे में बताया जाएगा। इसके अलावा मुफ्त जांच और उपचार के बारे में विस्तार से बताया जायेगा। इसके अलावा इस माह विशेष अभियान चलाकर टीबी मरीजों को नोटिफाई करने वाले चिकित्सकों का भुगतान सीधे बैंक खाते में किया जायेगा। इससे मरीजों को सहूलियत मिलेगी।