- आर्मी इंटेलिजेंस के इनपुट पर पुलिस ने ठगों के गिरोह का किया पर्दाफाश
- फर्जी दस्तावेज तैयार कराने के नाम पर वसूलते थे डेढ़ से दो लाख
- पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड, फर्जी दस्तावेज और 2.35 लाख किये बरामद
जनवाणी टीम |
मेरठ/मुजफ्फरनगर: तीन दिन पहले एसटीएफ ने एक फौजी को गिरफ्तार कर अग्निवीर भर्ती में गड़बड़ी का खुलासा किया था। अब आर्मी इंटेलिजेंस मेरठ और मुजफ्फरनगर पुलिस की संयुक्त टीम ने जनपद मुजफ्फरनगर में चल रही तीन मंडलों के 13 जनपदों की अग्निपथ स्कीम के तहत थल सेना भर्ती के लिए आ रहे
अभ्यर्थियों के फर्जी तरीके से कागजात तैयार करने वाले गिरोह के चार लोगों को गिरफ्तार करते हुए इस मामले में बड़े स्तर पर चल रहे फर्जीवाड़ा का खुलासा किया है। इन शातिरों को सेना भर्ती स्थल के पास से ही दबोचा गया है। पकड़े गये इन चार शातिरों के पास से पुलिस टीम ने कई अभ्यर्थियों के नाम से तैयार किये गये फर्जी दस्तावेज, दो मोबाइल फोन और 2.35 लाख रुपये नकद मिले हैं।
मुजफ्फरनगर पुलिस एवं आर्मी इंटेलिजेंस मेरठ की संयुक्त टीम द्वारा अग्निवीर सेना भर्ती में अभ्यर्थियों के फर्जी दस्तावेज बनाकर भर्ती दिखवाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया है। टीम ने चार आरोपियों को कंपनी बाग के पास बने ट्यूबवेल की पीछे से गिरफ्तार किया गया है। सेना भर्ती रैली के बीच ही आर्मी इंटेलिजेंस की मेरठ इकाई के अफसरों को सूचना मिली कि मुजफ्फरनगर में कई गिरोह भर्ती के नाम पर न केवल फर्जी कागजात तैयार कर रहे हैं,
बल्कि पूरा गैंग बनाकर कई लाख अग्निवीरों से ठगी भी चुके हैं। मेरठ इंटेलिजेंस ने मुजफ्फरनगर के एसएसपी को जानकारी दी। एसएसपी ने आर्मी इंटेलिजेंस के साथ एसपी सिटी और क्षेत्राधिकारी और एसएचओ थाना सिविल लाइन को साथ भेजा, जिन्होंने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि एसएसपी विनीत जायसवाल ने आर्मी इंटेलिजेंस से मिली इस इनपुट के बाद उनके नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया
और इसके बाद थाना सिविल लाइन पुलिस एवं आर्मी इंटेलिजेंस मेरठ की संयुक्त टीम ने अग्निवीर सेना भर्ती में अभ्यर्थियों के फर्जी दस्तावेज बनाकर भर्ती करवाने का ठेका लेने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया। एसपी सिटी ने बताया कि पुलिस और आर्मी अफसरों द्वारा की गयी प्रारम्भिक पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि उनके द्वारा ऐसे युवक जिनके कागजात पूरे नहीं है या उम्र अधिक हो गई है
को तलाश कर उनके कागजात फर्जी तरीके से तैयार करते थे। इसके बाद भर्ती में इनको प्रतिभाग कराया जाता था और इसके लिए एक अभ्यर्थी से इनके द्वारा डेढ़ से दो लाख रुपये लिये जाते थे। उन्होंने बताया कि पकड़े गये आरोपियों में सिकंदर सिंह पुत्र वीर सिंह निवासी मोहम्मद पट्टी कालू, ढिकौली थाना चांदीनगर जिला बागपत, अनुज चौधरी पुत्र केन्द्र सिंह निवासी ग्राम उदयपुर थाना सोनकपुर जिला मुरादाबाद, प्रशान्त चौधरी पुत्र मनवीर सिंह निवासी ग्राम मिठौली थाना हजरत गढ़ी जिला संभल और हिमांशु चौधरी पुत्र सतवीर सिंह निवासी ग्राम मिठौली थाना हजरत गढ़ी जिला संभल शामिल हैं। पुलिस टीम ने इनके कब्जे से दो मार्कशीट, दो फर्जी आधार कार्ड, एक आर्मी भर्ती एप्लीकेशन फार्म, एक परिचय पत्र असली, 100 शीट मार्कशीट प्रिंट करने वाला पेपर, एक ओप्पो मोबाइल और 2,35,000 रुपये नकद बरामद किये हैं।