- चार छात्रों पर एफआईआर, अक्षय बैसला के पक्ष में मेरठ कॉलेज समेत विवि छात्रों ने कुलपति कार्यालय के बाहर किया प्रदर्शन
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय विवि परिसर में सोमवार की शुरुआत फिर से हंगामे के साथ हुई। शुक्रवार को होमगार्ड द्वारा छात्र अक्षय बैंसला को थप्पड़ मारने के मामले में छात्रों ने सोमवार सुबह होते ही विवि में फिर से हंगामा शुरू कर दिया। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर होमगार्ड को बचाने और एक तरफा कार्रवाई का दबाव बनाने का आरोप लगाया है।
छात्रों का कहना था कि होमगार्ड पर विश्वविद्यालय प्रशासन के अधिकारियों का हाथ है। ऐसे में इस मामले में जानबूझकर कार्रवाई नहीं की जा रही है। छात्रों ने सवाल किया कि आखिर होमगार्ड की थप्पड़ मारने की हिम्मत कैसे हो गई? जबकि उस टीम में असिस्टेंट प्रॉक्टर भी शामिल थे। विवि परिसर में चल रहे प्रदर्शन में विभिन्न कॉलेजों के विद्यार्थियों के साथ थाना मेडिकल की पुलिस फोर्स और विवि प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे।
छात्र-छात्राओं ने बिना किसी कार्रवाई के धरना प्रदर्शन खत्म नहीं करने का ऐलान किया था, जिसके बाद हंगामा बढ़ता देख विवि रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार कुलपति कार्यालय के बाहर पहुंचे और धरने पर बैठे छात्रों से वार्ता की। रजिस्ट्रार ने छात्रों को आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द इस मामले में कार्रवाई की जाएगी। मगर शाम के समय मामले में जांच करने के बाद विवि के चार छात्रों पर मेडिकल थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है।
मेरठ कॉलेज छात्रों ने भी किया विवि में हंगामा
सोमवार को सैकड़ों की संख्या में छात्र मेरठ कॉलेज पर एकत्रित हुए। जिसके बाद छात्रों ने मेरठ कॉलेज से जेल चुंगी होते हुए चौधरी चरण सिंह विश्वविधालय तक नारेबाजी करते हुए पैदल मार्च निकाला व विवि पहुंचे और कुलपति आवास पर धरने पर बैठ गए। विवि प्रशासन से लगातार परेशान छात्र-छात्राओं ने कई घंटो तक नारेबाजी करते हुए धरना दिया, जिसके बाद रजिस्ट्रार, डीएसडब्लू और प्रॉक्टर टीम ने आकर छात्रों की मांगो को सुना।
इस बीच विवि प्रशासन को बीएससी में फेल दिखाए गए छात्रों के परीक्षा परिणाम में एक महीने से ज्यादा की देरी होने पर उनके गुस्से का भी सामना करना पड़ा। जिसके बाद विवि द्वारा आज शाम तक परीक्षा परिणाम घोषित करने व उन सभी छात्रों के लिए दो दिन तक एडमिशन पोर्टल खोलने के लिखित आश्वासन के बाद ही छात्रों ने धरने को समाप्त किया।
आक्रोश मार्च का नेतृत्व विजित तालियान ने किया। जिसमें पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष सौरभ चौधरी, पूर्व महामंत्री अनुराग चौधरी, वरिष्ठ छात्र नेता आदित्य पवार, हर्ष चहल, आकाश मोतला, आशीष मोतला रोहित चौधरी, शेरा जाट, विशाल डागर, परशांत पवार, लवि, पर्तीक, जोनी आदि मौजूद रहे।
एप्रोच रोड निर्माण को किया हंगामा-प्रदर्शन
हस्तिनापुर: चांदपुर बिजनौर को जोड़ने वाले भीमकुंड गंगा पुल के एप्रोच रोड पिछले तीन महीनों से टूटी पड़ी है। जिससे किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसे देखते हुए भारतीय किसान यूनियन तोमर के नगर अध्यक्ष ब्रजपाल के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर एप्रोच रोड दुरुस्त करने की कर आंदोलन की चेतावनी दी गई है।
सोमवार को भारतीय किसान यूनियन तोमर के नगर अध्यक्ष बृजपाल सिंह के नेतृत्व में दर्जनों पदाधिकारियों ने किसानों की परेशानियों को देखते हुए भीमकुंड गंगा पुल की टूटी एप्रोच रोड पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर हंगामा किया। इस अवसर पर ब्रजपाल ने कहा कि पीडब्ल्यूडी की एप्रोच रोड को टूटे करीब तीन महीने से भी ज्यादा का समय हो चुका है। परंतु पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण कार्य शुरू नहीं किया जा रहा है
पीडब्ल्यूडी लगातार किसानों को टरका रहा है जबकि करने का सीजन शुरू हो चुका है किसान अपने गन्ने को औने पौने दामों में गंगा के उस पार बेचने को तैयार हैं मजबूरी वश में कुछ कर नहीं सकते पीडब्ल्यूडी वभाग अपने उच्च अधिकारियों को दिखाने के लिए एक दिन कार्य शुरू कराया और फिर बंद कर दिया। इसके साथ ही किसानों ने कहा कि पीडब्ल्यूडी के पास बजट भी है और समय भी है गंगा का जलस्तर भी कम है अब पीडब्ल्यूडी का फंडा उनकी समझ में नहीं आ रहा है
भारतीय किसान यूनियन के बृजमोहन ने कहा कि अगले पांच दिनों में अगर यहां एप्रोच रोड को दुरुस्त करने का कार्य शुरू नहीं किया जाता तो वह एनएच-58 मेरठ-पौड़ी मार्ग के गणेशपुर गांव मे विशाल धरना प्रदर्शन कर आंदोलन कर चक्का जाम करेंगे। इस अवसर पर उनके साथ क्षेत्र के हजारों ग्रामीण किसान भी मौजूद होंगे। इस एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में जगदीश, प्रेम जाटव, अंकुर तोमर, गुड्डू, देवराज, प्रवीण, कपिल, हरशरण आदि मौजूद रहे।