जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: आज बुधवार को लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी नेताओं पर खूब बरसे। इस दौरान पीएम ने कहा कि साल 2004 से 2014 के बीच देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो गई थी, महंगाई बेतहासा बढ़ी हुई में थी। ऐसे में जनता के बीच निराशा निराशा नहीं तो और क्या होगी।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि स्वतंत्रता के इतिहास में सबसे ज्यादा घोटालों का दशक रहा। यूपीए सरकार के वही दस साल में कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत के हर कोने में आतंकी हमलों का सिलसिला चलता रहा। इन दस साल में जम्मू-कश्मीर से पूर्वोत्तर तक हिंसा ही हिंसा थी।
भारत की आवाज ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर इतनी कमजोर थी कि दुनिया सुनने को तैयार नहीं थी। ये 2जी में फंसे रहे। जब असैन्य परमाणु करार हुआ, तब ये वोट के बदले नोट में फंसे रहे। फिर घोटाले में पूरा देश दुनिया में बदनाम हो गया।
उन्होंने कहा कि कोयला घोटाला भी चर्चा में आ गया था। देश पर कितने ही आतंकी हमले हुए। 2008 के आतंकी हमलों को कोई भूल नहीं सका। उनमें आंख में आंख मिलाकर हमले करने का सामर्थ्य नहीं था। आतंकियों के हौसले बुलंद होते गए। 10 साल तक खून बहता रहा। 2014 के पहले का दशक लॉस्ट डिकेड के रूप में जाना चाहिए। यह दशक इंडियाज डिकेड कहलाएगा।
इस पर सदन में सांसदगण मेज थपाथपाकर ठहाके लगाकर हंसने लगे। इस बीच पीएम ने विपक्ष की ओर देखा। मेजें थपथपाए जाने पर प्रधानमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि शुक्रिया शशि जी। सत्ता पक्ष के सदस्यों में से किसी ने कहा कि कांग्रेस में बंटवारा हो गया।