- जनपद में पशुचर-आबादी की भूमि पर माफियाओं के कब्जे
- दिल्ली रोड पर पशुचर-आबादी की भूमि पर मिला कब्जा
जनवाणी संवाददाता |
शामली: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गठित एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स जनपद में फेल हो रही है। मुख्यमंत्री ने पशुचरान समेत आबादी और ऊसर भूमि पर किए गए कब्जे हटाने के सख्त निर्देश दिए हैं लेकिन राजनैतिक हस्तक्षेप के चलते पुलिस प्रशासन और एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स कब्जे नहीं हट पा रहे हैं।
अब फिर से शासन से सरकारी भूमि पर कब्जों को चिह्नित करने के आदेश आए तो शामली शहर में ही दिल्ली रोड पर पशुचरान व आबादी की भूमि कब्जा पाया गया। राजनीतिक हस्तक्षेप न हुआ तो जल्द ही भूमि से कब्जे हटवाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गौवंशों के लिए पशु चारागाह व गौशालाएं बनाने को सरकारी भूमि चिह्नित करने के आदेश दे रखे हैं। जिसको लेकर प्रशासन लगातार भूमि का चिह्निकरण कर रहा है। हाल ही में जो खसरा खतौनी प्रशासन ने निकलवाई है उसमें जनपद में सैंकड़ों हैक्टेयर भूमि पर अवैध कब्जे होने की आशंका जताई गई है।
फिलहाल प्रशासन ने तहसील स्तर पर इन खसरा नंबरों को चिह्नित कर वहां कब्जाधारियों की सूची बनानी तैयार कर दी है। जनपद में खाता संख्या 00912 पशुचर में दर्ज है जिसमें करीब 9.8230 हैैक्टेयर भूमि है। इसके अलावा करीब 9.6000 हैक्टेयर भूमि आबादी में दर्ज है।
शामली शहर की ही अगर बात करें तो यहां 0.2660 हैक्टेयर भूमि पशुचर, 0.1230 हैक्टर भूमि आबादी और 0.8090 हैक्टेयर ऊसर भूमि का चिह्निकरण करते हुए उस पर कब्जा पाया गया है। यह भूमि शामली शहर के दिल्ली रोड पर बताई गई। लेखपाल की रिपोर्ट के मुताबिक पशुचर, आबादी और ऊसर भूमि पर कब्जा कर वहां फैक्ट्री और रिहाईश की गई है।
शासन के प्राप्त आदेशों के बाद सरकारी भूमि पर जहां-जहां कब्जे हैं उन्हें चिह्नित किया जा रहा है। कई भूमि पर कब्जे मिले हैं बाकी की कार्रवाई की चल रही है। शहर में भी पशुचर, आबादी व ऊसर भूमि पर यदि कब्जा है तो वहां कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
-अरविंद कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी, जनपद शामली।
भूमि कब्जे मुक्त करानी होगी