Sunday, June 16, 2024
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इमरान खान को अभिनय के अलावा इन चीजों का भी है शौक, किया दिलचस्प खुलासा

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जनवाणी ब्यूरो |

नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेता इमरान खान तो आपको याद ही होंगे। वहीं, अभिनेता इस वक्त अपने कम बैक को लेकर काफी चर्चाओं में आ रहे हैं। बताया गया है कि, अभिनय के अलावा इमरान को डिजाइनिंग का भी बेहद शौक है। जिसको लेकर हाल ही में इस अभिनेता बात करते नजर आए। इमरान खान काफी समय से बॉलीवुड इंडस्ट्री से बहुत दूर हैं। लेकिन हिंदी सिनेमा के अलावा वो अपने शौक को पूरा समय दे रहे थे।

बता दें कि इमरान खान की आखिरी फिल्म 2015 में रिलीज हुई थी। उधर, हाल ही में बातचीत के दौरान इमरान ने कहा कि पिछले दिनों उन्होंने अपने मानसिक सेहत का भरपूर ख्याल रखा। साथ ही उन्होंने अपना समय अपनी हॉबी में दिया है।

अपना नया घर खुद डिजाइन किया

दरअसल, हाल ही में एक बातचीत के दौरान इमरान ने कहा कि उन्हें हमेशा से आर्किटेक्चर में दिलचस्पी रही है। पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने 3डी मॉडलिंग सीखी और अपना नया घर खुद डिजाइन किया।

अपने गैराज की सभी महंगी गाड़ियों को छोड़ने के बाद उन्होंने अपने हाथों से एक कार को कस्टमाइज किया। उन्होंने कहा, ‘जिन दो चीजों में मैंने खुद को डुबोया, उनमें मेरी हमेशा से आर्किटेक्चर और डिजाइनिंग में दिलचस्पी रही है’।

शौक को लेकर बोले इमरान

इमरान खान ने कहा कि कारों के प्रति अपने शौक और भौतिक चीजों से लगाव को लेकर भी बात की और कहा, ‘मैं कारों का शौकीन रहा हूं। मैंने फैंसी, महंगी कारों को छोड़ दिया और अपने लिए वोक्सवैगन पोलो खरीदी।

मेरे पास पहियों, कस्टम सस्पेंशन, कस्टम एग्जॉस्ट सिस्टम से सजी पोलो जीटी है। मैंने इसके इंटरनल सिस्टम को पूरी तरह बदल दिया और थर्ड-पार्टी पैडल शिफ्ट ले लिया। पिछले चार साल मैंने यही करते हुए बिताए’।

अपनी फेरारी को बच दिया

इमरान खान ने कहा कि उनके पास फेरारी थी, लेकिन उन्होंने उसे बेच दिया, क्योंकि उन्हें अहसास हुआ कि इसका उनके लिए कोई मतलब नहीं था और वह इसे मुंबई के आसपास नहीं चला सकते थे। एक्टर ने कहा, ‘मैं 30-31 साल का था। उसी दौरान मैं पिता बना था, मैं एक बड़े और बेहद खूबसूरत घर में रहता था।

मेरे पास महंगी कारें थीं। इन सब से मुझे बहुत खुशी होनी चाहिए थी, लेकिन मुझे बहुत बुरा लगा। यही वो चीजें थीं, जिन्हें धीरे-धीरे मैंने छोड़ना शुरू कर दिया। सच बताऊं तो मुझे फेरारी के मुकाबले अपनी वोक्सवैगन पोलो पर काम करने में कहीं ज्यादा खुशी मिली है’।

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