- गंगा मेले के दौरान भी श्रद्धालुओं की परेशानी की हुई घोर अनदेखी
- गंगा नदी की बाढ़ में टूट गई थी हस्तिनापुर की एप्रोच रोड
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: लोक निर्माण विभाग यानि पीडब्ल्यूडी, जिस पर लोगों को सुगम आवागमन मुहैया कराने का जिम्मा है। वही विभाग अपनी जिम्मेदारियों से मुहं मोड़े बैठा है। हस्तिनापुर स्थित गंगा नदी में आई बाढ़ के दौरान क्षतिग्रस्त हुई एप्रोच रोड इस समय लोगों के लिए अभिशाप बन चुकी है। इस पर आवागमन ‘राम भरोसे’ है। लोगों के जी का जंलाज बन चुकी इस एप्रोच रोड पर शायद विभागीय अधिकारी किसी बड़ी घटना के इंतेजार में हैं जो कि पीडब्ल्यूडी के लिए कोई ‘सबक’ बन जाए।
हाल ही में सम्पन्न हुए गंगा मेले के दौरान इस रोड पर श्रद्धालुओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। आस्था की डगर पर चले श्रद्धालुओं की भी कोई सुध इस विभाग ने नहीं ली। यह एप्रोच रोड गंगा नदी में आई बाढ़ में बह गई थी जिसके बाद पीडब्ल्यूडी की काफी किरकिरी हुई थी। इस सबके बावजूद पीडब्ल्यूडी को विभाग की बदनामी की जरा भी परवाह नहीं। बताया तो यहां तक जाता है कि पूर्व में कुछ क्षेत्रीय लोगों ने अपने बल पर थोड़ा बहुत पैसा एकत्र कर एप्रोच रोड पर कुछ काम कराया, लेकिन पीडब्ल्यूडी के कानों पर फिर भी जूं तक नहीं रेंगी।
एप्रोच रोड का क्षतिग्रस्त हिस्सा इतना जर्जर हो चुका है कि यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। यहां कई जगह से सड़क उधड़ रही है तथा गड्डे और गहरे होते जा रहे हैं। आए दिन यहां लोग हादसे से दो चार हो रहे हैं। हाल ही में एक गन्ने से भरी बड़ी ट्रॉली पटल जाने से घंटों यहां जाम की स्थिति बनी रही। कुल मिलाकर यदि यह कह दिया जाए कि हस्तिानापुर का मुद्दा पीडब्ल्यूडी के लिए किसी श्राप से कम नहीं है तो कुछ गलत न होगा।